8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जयपुर

Shriganganagar : थानाप्रभारी की सूझबूझ व सजगता से बड़ा ट्रेन हादसा टाल

– श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन पर ट्रेक पर फंसा ई-रिक्शा – ट्रेन देरी से आ रही थी, इसी बीच लोगों ने ट्रेक से हटाया ई-रिक्शा जयपुर। श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। शुक्रवार दोपहर को श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन पर आ रही हुजूर नादेड़ साहेब ट्रेन के देरी से आने के चलते हादसा […]

Google source verification

जयपुर

image

Murari

Sep 14, 2024

– श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन पर ट्रेक पर फंसा ई-रिक्शा

– ट्रेन देरी से आ रही थी, इसी बीच लोगों ने ट्रेक से हटाया ई-रिक्शा

जयपुर। श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। शुक्रवार दोपहर को श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन पर आ रही हुजूर नादेड़ साहेब ट्रेन के देरी से आने के चलते हादसा टल गया। हादसा टलते ही रेलवे प्रशासन ने राहत की सांस ली और भगवान का शुक्रिया अदा किया।

जानकारी के अनुसार, श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन पर जीआरपी कार्यवाहक थानाप्रभारी सूरा राम थारोल की सजगता से रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार दोपहर बड़ा हादसा होने से टल गया। हुजूर नादेड़ साहेब ट्रेन दोपहर 1 बजकर 25 मिनट पर प्लेटफार्म नं. 2 पर प्लेस होने वाली थी जो किसी कारण से 5-7 मिनट लेट हो गई। इसी समय वाशिंग लाइन लॉड्री से एक व्यक्ति ई-रिक्शा पर चद्दर-कम्बल इत्यादि लेकर आ रहा था और चलाते-चलाते ई-रिक्शा सहित प्लेटफार्म से पटरियों के बीच जा गिरा। अचानक हुए इस हादसे से प्लेटफार्म पर ट्रेन का इंतजार कर रहे लोग स्तब्ध रह गए, क्योंकि इसी समय दूर से हुजूर नादेड़ साहेब ट्रेन हॉर्न बजाती हुई आ रही थी। इसी समय जीआरपी कार्यवाहक थानाप्रभारी सूरारामथारोल सिपाही राकेश के साथ गश्त पर थे। उन्होंने तुरंत हादसे से बचाव के लिए प्लेटफार्म पर खडे़ एक सरदार जी से उनका लाल साफा मांगा और पटरियों के समीप खड़े होकर उसे लगातार ट्रेन की तरफ लहराने लगे। इस बीच सिपाही राकेश प्लेटफार्म पर खड़े युवाओं को साथ लेकर पटरी पर कूदा और सभी ने मिलकर ई-रिक्शा को पटरियों से हटाया। ई-रिक्शा में चद्दरें-कम्बल इत्यादि लदे हुए थे। गनीमत यह रही कि ई-रिक्शा चालक को कोई चोट नहीं पहुंची। जीआरपी कार्यवाहक थानाप्रभारी सूरा राम थारोल द्वारा लहराए गए लाल साफे को संभवतः लोको पायलट ने देख लिया और दूर से ही ब्रेक लगा दी। इससे ट्रेन कुछ दूरी पर आकर रुक गई। यह कहना गलत नहीं होगा कि अगर सूरा राम सजगता से काम नहीं लेते तो श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन पर कोई बडा हादसा हो सकता था। इस घटनाक्रम की वजह से ट्रेन करीब 10 मिनट देरी से रवाना हुई।