जोधपुर/ फलोदी @पत्रिका. फाल्गुन मास 25 फरवरी से आरंभ होकर 25 मार्च तक चलेगा। फाल्गुन माह का प्राकृतिक, वैज्ञानिक और धार्मिक रूप से विशेष महत्व है। इस माह में आने वाले त्योहार होली, महाशिवरात्रि बहुत खास माने गए हैं। शहर में जगह-जगह ठाकुरजी के मंदिरों में फागोत्सव की धूम रहेगी। पूरे फाल्गुन माह में चंग व ढप के साथ पारंपरिक भक्तिमय होरियों की प्रस्तुति होगी।
भक्तिमय होरियों की प्रस्तुति
आई फाल्गुन की बयार होली खेल नन्द गोपाल …., अरे हां रे रसिया को रे नार बनावो रे रसिया को ….. जैसे पारम्परिक होरियों बीच शनिवार को शाही होली पर डण्डा रोपते समय माहौल फाल्गुनी बन गया। होली के भजनों के साथ जहां होली के रसियों ने भजनों पर धमाल किया, वहीं नगरपरिषद के कार्मिकों ने वैदिक मंत्रोच्चार से राज की होली का डांडा रोपा। आचार्य राधेश्याम जोशी के सानिध्य में पूजा अर्चना कर भक्ति के प्रतिक प्रह्लाद के तौर पर खेजडी का डंडा रोपा जाकर गोबर की थापड़ी से होली को सजाया गया। इस दौरान होली के रसियों ने भजनों से माहौल में फाल्गुनी रंग बिखेरे। चंग की थाप पर होली के रसियाओं ने सदर बाजार स्थित परम्परागत शाही होली के गीतों की प्रस्तुति दी। नगरपरिषद् के कार्मिक सफाई प्रभारी सुरेश थानवी व जयगोपाल थानवी ने आचार्य राधेश्याम जोशी के सानिध्य में पूजा अर्चना करवाई, जिसके बाद होली का डंडा रोपा गया। इस मौके पर पुष्करणा समाज के परम्परागत होली के रसिया व अन्य समाज के नागरिक भी मौजूद रहे। इस दौरान होली पर निकलने वाली गेर के मुखिया सहित जयगोपाल व्यास, प्रकाश व्यास, अशोक छंगाणी, अशोक पुरोहित, राजेन्द्र पप्पसा व्यास, जमादार झूमर हरीजन, गिरधारी हरिजन, भाऊ नाई, वकील नाई, ब्रजमोहन बोहरा, पवन छंगाणी आदि मौजूद रहे।
मंदिरों में होली के भजनों का आगाज
होली का डंडा रोपण होने के साथ ही यहां के ठाकुरजी के मंदिरों में होली के भजनों व पारम्परिक गीतों का आगाज हो गया। श्रद्धालुओं ने कृष्ण भगवान को अबीर, गुलाल अर्पित कर होली के कार्यक्रमों की शुरूआत की।