जोधपुर . नगर-निगम की अर्कमणयता से शहर दूसरे हादसे का गवाह बना। 22मई को अवैध निर्माण के चलते सरदारपुरा क्षेत्र में तीन मंजिला बिल्डिंग धराशायी हो गई थी और आज सोमवार 28 मई को हाथीराम का ओडा क्षेत्र में रिहायशी बिल्डिंग में प्लास्टिक के गोदाम में भीषण आग की सूचना धुंए के साथ पूरे शहर में फैल गई। तंग गलियों में होने के कारण दमकलों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। वहीं आग की भीषणता की वजह से आसपास पहुंचना भी कठिन था। आग से बिल्डिंग में दरारें आ गई। इससे दमकलकर्मी भी बिल्डिंग की दरारों से सहमे हुए कार्य कर रहे हैं। निगम की दमकलें आग पर काबू नहीं कर पाई तो सेना को पहुंच कर मोर्चा संभालना पड़ा। पुलिस का कहना है कि उनको रिहायशी इलाके में गोदाम चलने की शिकायत नहीं मिली थी हालांकि गोदाम अवैध चल रहा था। अवैध गोदाम को हटाने की जिम्मेदारी नगर निगम की थी, लेकिन निगम ने ध्यान नहीं दिया। वहीं इस अवैध गोदाम की शिकायत करने वाले मांगीलाल ने बताया कि करीब दो-तीन वर्ष से इस अवैध गोदाम की शिकायत निगम के अधिकारियों, महापौर, सीईओ व कलक्टर तक को भी की। संपर्क पोर्टल पर भी इसकी शिकायत दर्ज करवाई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। गोदाम मालिक की राजनीतिक पहुंच होने के कारण भी शिकायतों पर कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस में शिकायत करने पर पुलिस आती और बिना कार्रवाई के चली जाती। शिकायतकत्र्ता ने यह भी आरोप लगाया कि अवैध गोदाम की शिकायत करने पर गोदाम मालिक ने उसके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करवाया था।