करौली.
भारत वाहिनी के प्रदेशाध्यक्ष और सांगानेर के विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि राजस्थान में रोडवेज की हड़ताल राज्य सरकार की हठधर्मिता का परिणाम है। सरकार रोडवेज को समाप्त करना चाहती है। इस कारण लम्बा समय बीत जाने के बाद भी कर्मचारियों से वार्ता तक नहीं की गई है। तिवाड़ी करौली में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि सरकार यह तर्क दे रही है कि रोडवेज घाटे में है, जिससे सातवें वेतन आयोग सहित अन्य मांग पूरी नहीं की जा सकती है, यह पूरी तरह से गलत है। क्योंकि समूचे विश्व में सार्वजनिक परिवहन की सेवा क्वालिटी के साथ जनता को उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है।
तिवाड़ी ने आरोप लगाया कि सरकार योजनाबद्व तरीके से रोडवेज को समाप्त करना चाहती है। इसी कारण शुरुआत में रोडवेज स्टैण्डों पर निजी बसों का ठहराव तथा लोक परिवहन बसों को संचालित किया था। प्रदेश में नई बसें खरीदी नहीं गई व पुरानी बसों की मरम्मत नहीं की गई। जिससे यात्रीभार कम है। उन्होंने कहा कि सरकार अब चार दिन की मेहमान है, दोबारा नहीं आने वाली। इसलिए कर्मचारियों की मांग मानी चाहिए।
सीएम पर लगाया बड़ा आरोप
विधायक तिवाड़ी ने राज्य की मुख्यमंत्री की नजर राजस्थान रोडवेज की संपत्ति पर है। इस कारण भी रोडवेज कर्मचारियों की सुनवाई नहीं हो रही है।
कांग्रेस-भाजपा से रहेगी दूरी
इधर विधायक तिवाड़ी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी कांग्रेस व भाजपा से समान दूरी रखेगी, अन्य पार्टियों के सहयोग से सभी 200 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारे जाएंगे। भारत वाहिनी स्वर्ण समाज को 14 प्रतिशत आरक्षण की पक्षधर है तथा सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के साथ ही कर्ज मुक्त किसान, रोजगार, पानी की समस्या का समाधान करना प्राथमिकता में रहेगा। तिवाड़ी ने किसान मुख्यमंत्री के नाम पर कहा कि वे भी किसान है। जिसके पास खेती के लिए जमीन है, वो किसान है। इससे पहले कैलाश शर्मा, कुलदीप पाठक, डॉ. सीके शर्मा, ब्राह्रण समाज अध्यक्ष वेदप्रकाश उपाध्याय आदि ने तिवाड़ी का साफा माला पहनाके तथा बांसुरी भेंट कर स्वागत किया।