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पुलिस का डिजिटल पहरा: ‘तीसरी आंख’ से कर रहे सडक़ सुरक्षा पर निगरानी

करौली. दोपहिया वाहन चलाने पर हेलमेट लगाने और कार चलाते समय सीटबेल्ट का उपयोग करने की पुलिस प्रशासन की बार-बार समझाइश के बाद भी अनेक लोग अनदेखी कर रहे हैं। ऐसे में हादसों में जान बचाने की खातिर अब जिला पुलिस की ओर से नवाचार करते हुए लापरवाही बरतने वालों पर शिकंजा कसना शुरू किया है।

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करौली. दोपहिया वाहन चलाने पर हेलमेट लगाने और कार चलाते समय सीटबेल्ट का उपयोग करने की पुलिस प्रशासन की बार-बार समझाइश के बाद भी अनेक लोग अनदेखी कर रहे हैं। ऐसे में हादसों में जान बचाने की खातिर अब जिला पुलिस की ओर से नवाचार करते हुए लापरवाही बरतने वालों पर शिकंजा कसना शुरू किया है। जिला पुलिस अधीक्षक लोकेश सोनवाल के निर्देशन में कलक्ट्रेट स्थित अभय कमाण्ड सेन्टर से बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने और सीट बेल्ट की अनदेखी के साथ यातायात नियमों की अवहेलना करने वालों पर तीसरी आंख से नजर रखी जा रही है। अभय कमाण्ड में तैनात कार्मिक/पुलिसकर्मियों की ओर से प्रतिदिन इस तरह का डाटा तैयार किया जा रहा है। शुरूआती दौर में यह व्यवस्था चेतावनी बतौर है। सुधार नहीं होने पर इसे जुर्माने के रूप में लागू किया जा सकता है। अभय कमाण्ड की ओर से यातायात नियमों की अवहेलना करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ ऑनलाइन सूचना/चालान यातायात पुलिस को भेजना शुरू कर दिया है। उम्मीद है कि पुलिस के इस नवाचार से आगामी दिनों में प्रभावी रूप से लागू होने से सडक़ दुर्घटनाओं में कमी आएगी।

एमवी एक्ट में 1300 से अधिक चालान
शहर के 47 प्वाइंटों पर 113 सीसीटीवी कैमरे : जिला मुख्यालय पर वर्तमान में 47 लोकेशन पर 113 सीसीटीवी कैमरों के जरिए अभय कमाण्ड सेंटर से निगरानी की जा रही है। सीसीटीवी कैमरों के जरिए तेज गति से वाहन चलाने, यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों की पहचान कर बीट पुलिस को सूचना दी जा देकर त्वरित कार्रवाई भी कराई जा रही है। आने वाले समय में इस मॉडल को पूरे शहर में लागू किया जाएगा। शहर में इनके अलावा भी सीसीटीवी कैमरे लगाने का कार्य भी प्रगति पर है।
जिले के प्रत्येक थाना क्षेत्र में जागरूकता अभियान के साथ-साथ नियमों की अनदेखी करने वालों पर चालान की कार्रवाई की जा रही है। एमवी एक्ट के अंतर्गत इस वर्ष 1300 से अधिक चालान काटे गए हैं, जो पिछले वर्ष के 250 चालानों की तुलना में कहीं अधिक हैं। इसका परिणाम यह हुआ कि सडक़ दुर्घटनाओं में करीब 20 फीसदी की कमी आई है।
कर्मचारी-अधिकारियों पर भी रख रहे नजर

पुलिस ने तकनीक का उपयोग करते हुए कलक्ट्रेट परिसर स्थित विभिन्न विभागों में वाहनों से आने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर नजर रखना शुरू किया है। अभय कमांड सेंटर के सीसीटीवी कैमरों की मदद से बिना हेलमेट दोपहिया और बिना सीट बेल्ट चारपहिया वाहन चलाने वाले कार्मिकों की पहचान कर ऑनलाइन चेतावनी जारी की जा रही है। इसका सकारात्मक असर भी दिख रहा है। अब अधिकांश कार्मिक नियमों का पालन करते नजर आ रहे हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गुमनाराम ने बताया कि पहले 90 प्रतिशत से अधिक कार्मिक बिना हेलमेट या सीट बेल्ट के कलक्ट्रेट परिसर स्थित विभिन्न विभागों में आते थे, जबकि अधिकांश कार्मिक हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग कर रहे हैं।

यातायात नियमों की पालना की मंशा: एसपी
सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाने और बिना हेलमेट-सीट बेल्ट के कारण होने वाली मौतों पर अंकुश लगाने की मंशा से जिला पुलिस की ओर से नई व्यवस्था लागू की है, ताकि लोग यातायात नियमों की पालना करें। पुलिस की मंशा चालान/जुर्माना वसूली की नहीं, बल्कि आमजन की सुरक्षा है। इसी मंशा से अभय कमाण्ड सेन्टर के जरिए यातायात नियमों की अवहेलना, बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने व सीट बेल्ट का उपयोग नहीं करने वालों पर निगरानी की जा रही है। लोकेश सोनवाल, जिला पुलिस अधीक्षक, करौली