मामला 31 अक्टूबर रात का है। खालवा ब्लॉक के चैनपुर निवासी सतीश यादव ने 30 अक्टूबर को पत्नी दुर्गा को डिलीवरी के लिए अस्पताल में एडमिट कराया था। महिला को पलंग नहीं मिलने पर फर्श पर ही बेड बिछाकर लेटा दिया था। अगले दिन रात में महिला को पैदल चलने के लिए कहा, इस दौरान महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया। पति सतीश का कहना था कि बच्चा फर्श पर गिर गया था। ठंडे फर्श पर डिलेवरी होने से मामला गरमाने पर कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने जांच के आदेश दिए थे।
उनके निर्देश पर रविवार को सीइओ गौंडा ने अस्पताल पहुंचकर मामले की जांच शुरू की है। जांच टीम में डॉक्टरों को भी रखा गया है। इस मामले को लेकर सीइओ गौंडा ने बताया कि महिला का लेबर पेन में थी। महिला का यह पहला प्रसव था। महिला को देखरेख में रखा गया था। महिला को चलने के लिए कहा गया था। इसी समय यह महिला को प्रसव हुआ है।
उन्होंने कहा डॉक्टरों की जांच समिति है वह भी जांच कर रही है। आगे भी इस तरह की घटना अस्पताल में न हो इसके लिए क्या करना है, किस तरह के प्रोटोकॉल सेट करना है इस तरह की चर्चा की गई। इस मामले में जिसकी भी लापरवाही सामने आते ही कार्रवाई की जाऐगी