खंडवा. प्रांतीय संगठन के आव्हान पर जिला अस्पताल के लैब टेक्नीशियन मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। हड़ताल के पहले ही दिन मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह जिला अस्पताल नैदानिक केंद्र में सैंपल लेने के लिए महज दो टेक्नीशियन मौजूद होने से अव्यवस्थाएं भी हुई। यहां मरीजों की लंबी कतार लग गई। इसके साथ ही टेस्ट रिपोर्ट वितरण में भी कई गड़बड़ी सामने आई। किसी की रिपोर्ट किसी को दे दी गई। गलत रिपोर्ट को लेकर लोगों ने शिकायतें भी की। दोपहर में यहां मेडिकल कॉलेज से आउटसोर्स के दो तकनीशियन भेजे गए, लेकिन अव्यवस्थाएं बरकरार रही।
लैब टेक्नीशियन की प्रदेशभर में चल रही हड़ताल से खंडवा जिला अस्पताल अछुता था, लेकिन प्रांतीय पदाधिकारियों के आह्वान पर यहां भी हड़ताल शुरू हो गई। मंगलवार को जिला अस्पताल के 12 से ज्यादा तकनीशियन हड़ताल पर बैठ गए। यहां नैदानिक केंद्र पैथालॉजी लैब, ब्लड बैंक की व्यवस्थाएं चरमरा गई। मेडिकल कॉलेज आउटसोर्स के दो ही तकनीशियन होने से सैंपल लेने में भी परेशानी हुई। इसके बाद दो टेक्नीशियन अटेंडेंट व दो जूनियर अटेंडर लगाए गए। जिला अस्पताल में रोजाना आईपीडी और ओपीडी के 250 से ज्यादा ब्लड सैंपल के 1500 करीब टेस्ट होते है। तकनीशियनों की कमी के चलते टेस्ट में भी देरी हुई। कई मरीजों की टेस्ट रिपोर्ट पेंङ्क्षडग भी हो गई।
अपनी रिपोर्ट का इंतजार ही करते रहे लोग : नैदानिक केंद्र में सुबह सैंपल लेने के बाद शाम को मरीजों को रिपोर्ट दी जाती है। शाम को जब मरीज के परिजन टेस्ट रिपोर्ट लेने पहुंचे तो कई की रिपोर्ट ही नहीं मिली। टेस्ट रिपोर्ट के लिए मरीज के परिजन लंबी कतार में इंतजार करते रहे।
लैब कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन
मेडिकल लैब टेक एसोसिएशन के आह्वान पर जिला अस्पताल के टेक्नीशियन ने हड़ताल शुरू करते हुए नैदानिक केंद्र के सामने विरोध प्रदर्शन किया। यहां टेक्नीशियनों ने एक दिवसीय धरना भी यहां दिया। कर्मचारियों का कहना था कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। इस दौरान सुनील खेते, मुकेश कुलकर्णी, नूरजहां, नुसरत जहां खान, विनोद लौवंशी, विवेक प्रताप ङ्क्षसह, जुलेखा बी, वैशाली ढोके, शुभम, जागृति सहित अन्य मौजूद थे।
हड़ताल के चलते तकनीशियनों की कमी के कारण परेशानी तो उठानी पड़ी है, लेकिन हम व्यवस्था कर रहे हैं। मेडिकल कॉलेज के 6 कर्मचारियों को लगाया गया है। गलत टेस्ट रिपोर्ट की हमारे पास कोई शिकायत नहीं आई।
-डॉ. पूर्ति अग्रवाल, लैब प्रभारी
हमने मेडिकल कॉलेज के आउटसोर्स कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी है। थोड़ी बहुत परेशानी तो होती ही है, लेकिन सब व्यवस्था सुचारु है। सभी जांच हो रही है और रिपोर्ट भी दी जा रही है। – डॉ. ओपी जुगतावत,
सिविल सर्जन