सिंहस्थ 2028 के लिए ओंकारेश्वर में प्रस्तावित ममलेश्वर लोक के लिए लोगों के साथ अब संत भी विरोध में उतर आए हैं। शनिवार को इसके लिए ब्रह्मपुरी रहवासियों के साथ षड् दर्शन संत मंडल के संतों ने बैठक कर रणनीति बनाई। इधर ममलेश्वर लोक निर्माण के विरोध में दूसरे दिन भी शनिवार को ब्रह्मपुरी में कई लोगों ने दुकानें बंद रखी। वहीं, युवाओं ने ब्रह्मपुरी घाट पर मां नर्मदा की पूजा-अर्चना कर सरकार की सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना भी की।
ममलेश्वर लोक निर्माण के विरोध में संत समाज भी आगे आया है। योजना को अन्य जगह स्थानांतरित करने की मांग निरंतर जारी है। शनिवार को संतों और ब्रह्मपुरी निवासी श्री जोड़ गणपति हनुमान मंदिर पर एकत्रित हुए। सभी ने एक स्वर में इस योजना को अन्य जगह स्थानांतरित करने की मांग की, ऐसा नहीं करने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी। यहां के नागरिक कह रहे हैं कि हमारी अर्थी ही यहां से जाएगी, हम यहां से नहीं हटेंगे। योजना को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि, नगर परिषद और और मांधाता विधायक ने भी पूरी जानकारी न होने की बात कही है।
भारतीय संस्कृति के अनुरूप नहीं
बैठक में संतों ने कहा कि यह भारतीय संस्कृति और तीर्थ क्षेत्र के अनुरूप नहीं है। यहां की त्रिवेणी परंपरा के विरुद्ध है। ममलेश्वर लोक बनने से जहां स्थानीय रहवासियों की रोजी-रोटी पर असर पड़ेगा, वहीं धार्मिक आस्था भी प्रभावित होगी। बैठक में ओंकारेश्वर षड् दर्शन संत मंडल के अध्यक्ष मंगलदास त्यागी, कोषाध्यक्ष महामंडलेश्वर बलबिहारी दास, प्रवक्ता नागा महेश दास, संरक्षक महंत श्यामसुंदर दास महाराज, महामंडलेश्वर बजरंग दास महाराज, आचार्य अनिल दास, महंत बसंतगिरी, मंहत रमेश गिरी, कोटवार बालक दास आदि संत उपस्थित रहे।
प्रशासन ने ओंकारेश्वर के जनप्रतिनिधियों से की चर्चा
तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में चल रहे ममलेश्वर लोक के विरोध को शांत करने अब प्रशासन ने पहल की है। रविवार को ओंकारेश्वर में होने वाली बैठक से पहले शनिवार को सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल की अध्यक्षता में ओंकारेश्वर के जनप्रतिनितिधियों की बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई। सांसद ने कहा कि आने वाले समय में ओंकारेश्वर में प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। जिसके लिए ममलेश्वर मंदिर का विस्तार किया जा रहा है।
मनपसंद जगह पर बसाएंगे प्रभावितों को -सांसद
प्रशासन की मंशा किसी को उजाडऩे की नहीं है। इसमें जनता के हित का पूरा ध्यान रखा जाएगा। लोगों को उनकी मनपसंद जगह पर बसाया जाएगा। इसके लिए एक कमेटी भी बनाई जाएगी। ममलेश्वर मंदिर के विस्तार से स्थानीय लोगों की आय भी बढ़ेगी और रोजगार भी मिलेगा। बैठक में विधायक नारायण पटेल, कंचन मुकेश तनवे, कलेक्टर ऋषव गुप्ता, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय, अपर कलेक्टर सृष्टि देशमुख गौड़ा पुनासा एसडीएम पंकज वर्मा, सीएमओ एवं सहायक कलेक्टर डॉ. श्री कृष्णा सुशीर, ओंकारेश्वर नगर परिषद अध्यक्ष मनीषा परिहार, पार्षदगण मौजूद रहे। उल्लेखनीय है योजना के शुरुआत होने पर पार्षदों ने इस्तीफा देने की भी घोषणा की थी। जिसके चलते सभी पार्षदों को बुलाया गया था।