बुरहानपुर. जिले के केला उत्पादक किसान आंधी -तूफान से हुए नुकसान का मुआवजा एवं पीएम फसल बीमा का लाभ नहीं मिलने पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहे है। कलेक्टर भव्या मित्तल को 5 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन दिया। जल्द निराकरण नहीं होने पर किसानों ने आंदोलन करने के साथ आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी।
प्रगतिशील किसान संगठन जिलाध्यक्ष रघुनाथ पाटिल ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद योजना में केला फसल शामिल होने के बाद भी केला उत्पादक किसानों को 4 साल से प्रधानमंत्री फसल बीमा का लाभ नहीं मिल रहा। 28 अप्रैल को हुई प्राकृतिक आपदा के कारण केला फसल बर्बाद हो गई। प्रशासन ने सर्वे कराकर लेकिन मुआवजा राशि अब तक नहीं मिली। एक हजार करोड़ से अधिक का नुकसान होने के बाद भी प्रशासन मात्र 17 करोड का नुकसान बता रहा है। सीएमवी वायरस से हर साल केले पर वायरस का अटैक होने से किसानों को लाखों रुपए का नुकसान झेलना पड़ रहा है।
3 लाख प्रति हेक्टेयर से मिले मुआवजा
किसान शिवकुमारङ्क्षसह कुशवाह ने कहा कि 7 साल पहले एक लाख रुपए प्रति हेक्टेयर के मान से केला किसानों को मुआवजा दिया गया था। किसान 3 लाख रुपए प्रति हेक्टेयर मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। आरबीसी की धारा के अनुसार केला उत्पादक किसानों को आर्थिक लाभ नहीं मिलता है। पोटाश की कमी जिले में होने से किसान परेशान होते है।
गांव-गांव से किसान होंगे एकजुट
किसान संगठन के रघुनाथ पाटिल ने कहा कि मुआवजा बढ़ाकर जल्द नहीं देने के साथ पीएम फसल बीमा का लाभ केला उत्पादक किसानों को नहीं मिलता है तो संगठन गांव, गांव में जाकर किसानों को एकजुट कर आंदोलन करेंगे साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार भी करेंगे। किसानों ने कलेक्टोरेट के बाहर नारेबाजी कर विरोध दर्ज कराया ।