कोटा. बागेश्वर धाम के संत धीरेन्द्र शास्त्री दो दिवसीय बारां प्रवास के बाद सोमवार शाम साढ़े पांच बजे कोटा एयरपोर्ट पहुंचे और विमान ने रवाना हो गए। रवानगी से पूर्व उन्होंने मीडिया से संक्षिप्त में बातचीत की। एक सवाल के जवाब में शास्त्री ने कहा कि कोटा वह स्थान हैं, जहां भारत भर से लोग आते हैं। बच्चों को भयभीत नहीं होना है।
शास्त्री ने अपनत्व भरे लहजे में कहा कि मेरे बच्चों असफलता सफलता को नया मार्ग देती है, इसलिए कृपा करके कभी ऐसा कोई कदम नहीं उठाना, जिससे माता- पिता को जिंदगी भर रोना पड़े। असफलता से कभी भयभीत नहीं होना चाहिए। हमने भी जीवन में कई असफलताएं देखी है, लेकिन अब लगतार बढ़ते चले जा रहे हैं। हिन्दू समाज में जागृति को लेकर संत ने कहा कि मुझे हनुमानजी ने निमित्त बनाया है। भारत का युवा समाज, सकल समाज व भारत के मूल निवासी जाग रहे हैं।
इस मौके पर एयरपोर्ट परिसर में विधायक संदीप शर्मा ने शास्त्री को कोटा के प्रसिद्ध गोदावारी बालाजी की तस्वीर भेंट की।इससे पहले शास्त्री सड़क मार्ग से बारां से कोटा पहुंचे।
शास्त्री की झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग एयरपोर्ट के बाहर खड़े रहे। जैसे ही शास्त्री का काफिला एयरपोर्ट के पास आया। क्षेत्र जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। संत ने कार में खड़े होकर सड़क के दोनों ओर खड़े लोगों का मुस्कुराते हुए हाथ जोड़कर अभिवादन किया। विमान में सवार होने से पहले उन्होंने जल्द दोबारा कोटा आने के प्रति आश्वस्त किया। धीरेन्द्र का विमान उड़ने तक लोग उन्हें निहारते रहे।