प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोटा के सांसद ओम बिरला को जिम्मेदारी सौंपी थी वे उसे पूरा करने में बखूबी कामयाब रहे हैं। बिरला ने पिछले एक महीने में सदन को बेहतर तरीके से तो चलाया ही साथ ही नित नए कीर्तिमान भी रच दिए। लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में 4 घंटे 48 मिनट तक जीरो ऑवर चलाकर एक और नया रेकॉर्ड बनाया है। गुरुवार को लोकसभा में फाइनेंस बिल पास होने के बाद बिरला ने शाम 6 बजे से रात 10 बजकर 50 मिनट तक लोक महत्व के मुद्दों पर बहस यानी जीरो ऑवर जारी रखा। इसमें 162 सांसदों ने हिस्सा लिया। इस तरह गुरुवार को लोकसभा में जीरो ऑवर 4 घंटे 48 मिनट तक चला। कई सालों से लोकसभा और राज्यसभा में एक घंटे का समय जीरो ऑवर के लिए रखा जाता रहा है।
जीरो ऑवर में सांसद अपने संसदीय क्षेत्र से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दे उठाते हैं या फिर कोई ऐसा ज्वलंत मुद्दा उठाते हैं, जिसका सीधा जनता से जुड़ाव होता है। संसद में जीरो ऑवर में सभी सांसदों को 2 मिनट में अपनी बात कहने को कहा जाता है। इसका मतलब यह हुआ कि अगर कोई सांसद किसी मुद्दे को उठाता है, तो उसको दो मिनट के अंदर ही उस पर अपनी बात रखनी होती है।
25 दिनों में ओम बिरला ने देश को लोकसभा
अध्यक्ष का असली मतलब समझा दिया…
क्या होता है जीरो ऑवर
दरअसल किसी भी सांसद के द्वारा जीरो ऑवर में उठाए गए मुद्दे पर सरकार जवाब देने के लिए बाध्य नहीं है। हालांकि कई बार मंत्री अपनी स्वेच्छा से अपने मंत्रालय से जुड़े विषय पर जवाब दे देते हैं। आमतौर पर सदन में जीरो ऑवर एक घंटे तक के लिए रखा जाता है, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में एक दिन में जीरो ऑवर 4 घंटे 48 मिनट तक चलाकर नया रेकॉर्ड बनाया है। इससे पहले 17वीं लोकसभा में बजट में मंत्रालयों को डिमांड एंड ग्रांट को लेकर चर्चा में दो दिन तक रात के 12 बजे तक चर्चा चली थी।