रेलवे के विकास एवं यात्री सुविधाओं पर विचार-विमर्श करने के लिए पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में शुक्रवार को क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति की बैठक जबलपुर में हुई।
बैठक में सदस्य धीरज गुप्ता तेज ने ट्रेनों के ठहराव के मामलों में प्रति ट्रेन ठहराव की न्यूनतम आय की बाध्यता की शर्तों में शिथिलता देने की मांग उठाते हुए मालभाड़े की आय को भी शामिल करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि बारां एवं झालावाड़ जिलों में स्थित कालीसिंध, मोतीपुरा और अडानी के थर्मल पावर स्टेशनों में कोयला परिवहन के अलावा रेलवे को मालभाड़े से भी रिकॉर्ड आय होती है। ऐसे में इनके आसपास के स्टेशनों पर ट्रेनों के ठहराव की मांगों को दरकिनार नहीं किया जाना चाहिए। गुप्ता ने दयोदय एक्सप्रेस के अटरू व सालपुरा में कोटा-इंदौर इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की मांग रखी। अनिल जैन ने बूंदी जिले के रेलवे अंडरपासों में लगातार पानी भरने की समस्या से अवगत करवाया ।बैठक में बारां से विधायक पानाचन्द मेघवाल, सिद्धार्थ पी. गुप्ता, प्रदीप आर्य, जियाउद्दीन खिलजी आदि ने भाग लिया। सदस्यों ने अपने अपने क्षेत्र में नई रेलगाड़ियां चलाने, फेरे बढ़ाने, कोरोना काल में बन्द हुई ट्रेनों को पुनः शुरू करने, स्टेशनों पर ठहराव देने सहित यात्रियों सुविधाओं के बारे में सुझाव दिए।
बैठक में जेडआरयूसीसी के 22 सदस्यों एवं 4 सांसद प्रतिनिधि ने हिस्सा लिया। अपर महाप्रबंधक आर.एस. सक्सेना, प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक ओम प्रकाश, प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त पी.के.गुप्ता, सचिव महाप्रबन्धक राहुल जयपुरियार, मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी राहुल श्रीवास्तव एवं अन्य प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे।