मंडला @ पत्रिका. प्रदेश के समस्त अंशकालीन कर्मचारियों को स्थायी कर्मी घोषित करके शासकीय कर्मचारी का आदेश दिए जाने की मांग को लेकर अंशकालीन कर्मचारी संघ ने धरना प्रदर्शन शुरू किया है। जिसमें बताया गया कि मध्यप्रदेश में अंशकालीन कर्मचारी समस्त विभाग जैसे जनजाति कार्य विभाग, शिक्षा विभाग, आयुष विभाग, वन विभाग एवं अन्य सभी विभागों में लगभग 40 हजार आंशकालीन कर्मचारी कार्यरत है। जैसे लिपिक भृत्य, रसोईया, चौकीदार, जलवाहक एवं सफाई कर्मी आदि पदो पर चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पद के विरूद्ध अल्प वेतन में 8 से 10 घंटे कार्य करते है। जिसमें शासन की ओर से मानदेय के रूप में अंशकालीन भृत्य चौकीदार रसोईया, जलवाहक को 5 हजार प्रतिमाह एवं लिपिक को 6 हजार प्रतिमाह तथा सफाईकर्मी को 25 सौ रुपए प्रतिमाह दिया जाता है। इतने कम वेतन में और इस मंहगाई के दौर में अपने परिवार का पालन पोषण करने में अनेकों कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। हम अपने बच्चो उच्च शिक्षा एवं उचित स्वास्थ्य प्रदान नहीं कर पा रहे हैं। जिसको लेकर 28 से 30 सितंबर तक काम बंद हड़ताल की गई। आज अंतिम दिन ज्ञापन सौंपा जाएगा। अंश कालीन कर्मचारियों की मुख्य मांगो में मानदेय बढ़ाया जाए। कार्यरत दिनांक से नियुक्ति आदेश दिया जाए। वरिष्ठता के आधार पर स्थायी कर्मी या नियमित किया जाए। जीवन सुरक्षा जीवन प्रदान किया जाए। अंशकालीन कर्मचारियों को सेवानिवृत्त होने पर सम्मानजनक राशि प्रदान किया जाना शामिल है।