ंमंदसौर.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे करीब-करीब बनकर तैयार हो गया है। इस एक्सप्रेस वे का सबसे बड़ा जंक्शन गरेाठ में बना है। तो इंदौर के रूठ को जोडऩे के लिए उज्जैन-गरोठ फोरलेन भी बन रहा है। इसके साथ-साथ यहां पर दिल्ली-मुंबई का टे्रन रूठ भी है। दोनों तरह की सुविधाएं इस क्षेत्र में है। यहां पर लॉजिस्टिक हब के लिए औद्योगिक विकास निगम को जमीन भी प्रशासन ने दे दी है। जो करीब १०० हैक्टेयर बताई जा रही है। यह जमीन कुरलासी के पास है। तो कुछ अन्य दूसरे क्षेत्र में लगी हुई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लॉजिस्टिक हब और संतरा मंडी के लिए परीक्षण और सर्वे की बात भी कही थी।
प्रशासनिक अधिकारियों की माने तो एकेवीएन के अधिकारियों के द्वारा लॉजिस्टिक हब के लिए द ो बार निरीक्षण भी किया जा चुका है। और इसको लेकर वे अपने आगे का कार्य कर रहे है। वहीं दूसरी और प्रशासन के सूत्रों की माने तो जो जमीन औद्योगिक विकास निगम को दी गई है। उसमें संतरा मंडी की कितनी संभावनाएं है। इसको लेकर अब अधिकारी इसको लेकर काम सोमवार से कर सकते है। गरोठ-शामगढ़ क्षेत्र में संतरे की फसल बड़ी मात्रा में होती है। इन दोनों क्षेत्रों में से भी देखे तो गरोठ में अधिक किसान इससे फसल से जुड़े हुए है। यदि संतरा मंडी बनती है तो किसानों को आर्थिक रूप से बहुत अधिक फायदा मिलेगा। वही पीथमपुर और मंडीद्वीप में जैसा इंडस्ट्री कॉरिडोर बने हुए है। वैसे ही लॉजिस्टिक हब के लिए जो जमीन दी गई है। उसमें इंडस्ट्री कॉरिडोर को लेकर भी संभावनाएं तलाशी जाएगी। इसको लेकर भी बड़े उद्योगपतियों से इन्वेस्टमेंट करने को लेकर प्रयास किए जाएंगे। अगर उनको जगह मुफीद नजर आई तो वे यहां पर इन्वेस्टमेंट करेगें। जिससे की युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। गरोठ एसडीएम ने बताया कि कुरलासी सहित अन्य जगह जमीन औद्योगिक विकास निगम को दे रखी है।
इनका कहना..
औद्योगिक विकास निगम को जमीन दे रखी है। एकेवीएन हब को लेकर अपने स्तर पर कार्य कर रहा है। संतरा मंडी को लेकर वहां काम हो सकता है तो काम अतिशीघ्र किया जाएगा।
दिलीप यादव, कलेक्टर।