मंदसौर.
भाजपा जिला संगठन प्रभारी गोपीकृष्ण नेमा रविवार को जिले में आए थे। ऐसे में पार्टी की बैठको के बाद शाम को जिला भाजपा कार्यालय पर पार्षदो व सभापतियों के साथ उन्होंने वन टू वन किया। मार्च माह में नगर पालिका के डेढ़ दर्जन से अधिक सत्तापक्ष के पार्षदों ने जिलाध्यक्ष व विधायक के पास पहुंचकर नपा में अपने वार्डो के काम नहीं होने से लेकर नपा में पूछ परख नहीं होने तक की शिकायत की थी ओर अपनी ही परिषद में संवाद तक नहीं होने जैसी शिकायतें की थी। पार्षदों की अपनी ही परिषद में लगातार बढ़ती नाराजगी को पार्टी संगठन ने गंभीरता से लिया और उन्हें ३१ मार्च के बाद वन टू वन चर्चा कर उनकी बात संगठन स्तर तक रखने का भरोसा दिया था। उसी क्रम में रविवार को प्रभारी नेमा ने पार्टी कार्यालय पर पहले पार्षदों फिर सभापति से लेकर उपाध्यक्ष व अध्यक्ष के साथ वन टू वन चर्चा की। इसमें पार्षदों ने बेबाकी से अपनी बातें और पार्टी फोरम पर अपनी शिकायत गोपनीय रुप से उनके सामने रखी।
नगर पालिका में भाजपा में समन्वय के अभाव और वार्डो के काम नहीं होने के साथ पार्षदों से लेकर सभापति व उपाध्यक्ष को तवज्जों नहीं मिलने के कारण पार्षद खफा हो गए थे। और उन्होंने एकजुटता बजट सम्मेलन में भी दिखाई ओर जनप्रतिनिधियों से लेकर संगठन स्तर तक एकजुट होकर शिकायत की। मंदसौर नपा में मची खलबली की शिकायत पार्टी के संगठन स्तर तक पहुंची तो प्रभारी ने वन टू वन किया। इसमें पार्षदों ने अपने-अपने वार्ड में बताए गए काम नहीं होने और नपा में चल रही निर्माण से लेकर अन्य प्रक्रियाओं में उनसे नहीं पूछे जाने संबंधित मामलों की शिकायत की तो कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों द्वारा भी नहीं सुने जाने की बात भी कही। पार्षदों ने वन टू वन चर्चा के दौरान यहां तक कहा कि आगामी समय में विधानसभा ओर फिर लोकसभा के चुनाव है। जनता के बीच भी जाना है लेकिन उन्हें के छोटे-छोटे काम तक नहीं हो रहे है। यहां तक की लाईट चालू करने से लेकर सफाई ओर पानी के साथ नाली जैसे कामों में भी नहीं सुनवाई हो रही है। ऐसे में जनता का सामना कैसें करें। कई पार्षदों ने नपा के अंदरखानों की पूरी बातें संगठन के सामने रख दी तो व्यवस्थाओं में सुधार तक की मांग की। पार्षदों ने सबकुछ बोलने के बात यह तक कहा कि हमारा काम बतानेे का था हम किसी का विरोध नहीं कर रहे है लेकिन बताना काम है बाकी संगठन जो करें वह ठीक है।
जनता का फिडबैक आपको बता रहे है
वन टू वन चर्चा के दौरान इतने लंबे समय से चली आ रही तमाम बातों को रखा गया। इसके बाद यह भी कहा कि काम नहीं होने के कारण आम चौराहों से लेकर जो चर्चाएं हो रही है और जो फिडबैक आ रहा है उससे अवगत करा रहे है। १८ से २० पार्षद इस दौरान यहां पहुंचे थे। पार्षदों के बाद सभापतियों से वन टू वन हुआ और फिर उपाध्यक्ष व अध्यक्ष के साथ भी संगठन के नेताओं ने चर्चा की। सभी की बात सुनने के बाद संगठन प्रभारी ने भरोसा दिया। सबकी सुनने के बाद संगठन के नेताओं ने अनुशासन का पाठ भी पढ़ाया। देरशाम तक वन टू वन का यह दौर चलता रहा।