मंदसौर.
सुवासरा से लेकर गरोठ के किसानों के लिए बहुत अच्छी खबर है। इन क्षेत्रों के २२६ गांवों के ६२ हजार किसानों को सुवासरा-शामगढ़ सुक्ष्म परियोजना में इस रबी सीजन में खेतों में सिंचाई के लिए अमृत रूपी चंबल का पानी मिलेगा। अभी इस परियोजना को करीब ८५ फीसदी काम पूरा हो गया है। अब केवल १५ फीसदी कार्य ओर बचा है। यह १५ फीसदी कार्य गरेाठ क्षेत्र में चल रहा है। जो सात से आठ माह में पूरा हो जाएगा। और किसानों को अपनी फसलों की सिंचाई करने के लिए पानी मिलने लग जाएगा।
सुक्ष्म परियोजना के अधिकारियों के अनुसार इस परियोजना के अंतर्गत एक हेक्टेयर पर किसान को एक पाइंट सिंचाई के लिए मिलेगा। जिसके लिए उसे १२५० रूपए देना होगें। यदि किसी किसान के ३ हेक्टेयर खेत है तो उसे तीन पाइंट मिलेगें। इस सुक्ष्म परियोजना के अंतर्गत नवंबर माह से सिंचाई विभाग पानी देगा। जो मार्च तक दिया जाएगा। अभी इस परियोजना का काम गरेाठ क्षेत्र में चल रहा है। सबसे बड़ी बात इस योजना के तहत जो पानी मिलेगा। उसमें खेत तक सिंचाई करने के लिए बिजली का उपयोग नहीं होगा।
तीनों तहसील का प्रत्येक गांव शामिल
सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अुनसार गरोठ-भानपुरा परियोजना में जो छूटे है। वे शामगढ़ सुवासरा परियोजना में है। ऐसे में अब तीनों तहसीलों के प्रत्येक गांव को इस योजना से जोड़ लिया गया है। ऐसेे में कुल ६२ हजार से अधिक किसानों को सीधा सीधा लाभ मिलेगा। इससे उन किसानों को सबसे अधिक फायदा मिलेगा। जिन किसानों के कुए में रबी फसल के समय पानी खत्म हो जाता था। ऐसे किसानों की संख्या भ्भी बहुत अधिक है। इस योजना से सबसे अधिक गेंहू सहित अन्य फसलों का उत्पादन बढ़ेगा।
१६६० करोड़ की योजना का ८५ फीसदी
१६६० करोड़ की लागत से शामगढ़-सुवासरा सुक्ष्म परियोजना का कार्य होना है। अभी तक इस योजना में करीब ८५ फीसदी कार्य हो गया है। इस योजना के अंतर्गत ८५ हजार हैक्टेयर से अधिक जमीन सिंचित होगी। तो करीब ६२ हजार किसानों को फायदा मिलेगा। इस योजना में अब केवल १५ फीसदी कार्य होना शेष है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कोविड के कारण योजना के काम में देरी हुई थी। दूसरी लहर के बाद अब तेजी से कार्य शुरु कर दिया गया था। २०२३ दिसबंर से पहले तक शामगढ़-सुवासरा सुक्ष्म परियोजना का कार्य पूरा हो जाएगा।
फैक्ट फाइल
योजना-सुवासरा-शामगढ़ सुक्ष्म परियोजना
योजना की लागत-१६६० करोड़
सिंचाई के लिए पाइंट-एक हैक्टेयर पर एक पाइंट
शुल्क देना होगा-एक पाइंट के लिए १२५० रूपए
कार्य हुआ-८५ फीसदी
कार्य होना-१५ फीसदी गरोठ क्षेत्र में चल रहा
(सोर्स-विभागीय अधिकारी)
इनका कहना..
शामगढ़-सुवासरा सुक्ष्म परियोजना का कार्य हो रहा है। अभी तक इस योजना में करीब ८२ से ८५ फीसदी कार्य हो गया है। इस योजना से २२६ गांवों के किसानों को फायदा हेागा। इसमें वे गांव भी शामिल है। जो गरोठ भानपुरा परियोजना में छूट गए थे। तीनों तहसील के प्रत्येक गांव के किसानों के खेतों की फसल सिंचित होगी। इस योजना के तहत इस रबी सीजन में पानी मिलना शुरु हो जाएगा।
नवीन गौड़, परियोजना प्रशासक।