7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मंदसौर

video सबसे कम बारिश वाले जिलों में मंदसौर शामिल, मंडरा रहे बादल बरस नहीं रहे

सबसे कम बारिश वाले जिलों में मंदसौर शामिल, मंडरा रहे बादल बरस नहीं रहे

Google source verification


मंदसौर.
प्रदेश में मानसून मेहरबान है लेकिन जिले में मानसून मेहरबानी में कंजूसी का दौर जारी है। मंदसौर उन जिलों में शामिल है। जहां कम बारिश हुई है। मौसम विभाग पिछले कई दिनों से भारी बारिश से लेकर अतिभारी बारिश व वज्रपात तक को लेकर चेतावनी जारी कर चुका है लेकिन बंूदाबादी और फोरी बारिश के अलावा कुछ नहीं हुआ है। हर दिन मंडराते हुए बादल जिलेवासियों को इंतजार कर रहा रहे है लेकिन बादल बरस नहीं रहे है। इसी कारण दिनोंदिन तापमान बढ़ता जा रहा है और उमसभरी गर्मी ने लोगों को परेशान कर दिया है। पिछले चार-पांच दिनों से उमस की गर्मी ने खूब परेशान कर दिया है। तीखी धूप से लेकर गर्मी के कारण आम लोगों को गर्मी के दिनों से अधिक गर्मी महसूस हो रही है। शुक्रवार को भी दिनभर आसमान पर बादल छाए रहे और गर्मी का दौर जारी रहा। पिछले दो दिनों से जिले के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश नहीं हुई। उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान कर दिया।
मौसम जानकारों के अनुसार बंगाल की खाड़ी, नॉर्थ आंध्रप्रदेश, साउथ ओडिशा पोस्ट पर सिस्टम एक्टिव है। जिसका असर मप्र में भी है। इसके अलावा साउथ छत्तीसगढ़ में साइकोनिक सर्कुलेशन है। एक मानसून ट्रफ लाइन कोटा, रायसेन, सिवनी, रायपुर, ओडिशा होते हुए गुजर हो रही है। वहीं पूर्वी-पश्चिमी हवाएं भी आपस में मिल रही है। इस कारण दक्षिण मध्यप्रदेश से लगे इलाकों में इसका असर है। इन सभी सिस्टम की वजह से प्रदेश में बारिश का दौर बना हुआ है।
जिले में यह है बारिश की स्थिति
जिले में 1 जून से अब तक औसत 11.70 इंच बारिश दर्ज की गई है। जबकि पिछले वर्ष 21 जुलाई तक 11.65 इंच बारिश दर्ज की गई थी । 24 घंटे में जिले में औसत 3.2 एमएम बरसात दर्ज की गई है। मंदसौर में 288 एमएम, सीतामऊ 518.2 एमएम, सुवासरा 401.2 एमएम, गरोठ 138.2 एमएम, भानपुरा में 211.6 एमएम, मल्हारगढ 292 एमएम, धुंधडका 365 एमएम, शामगढ़ 216.2 एमएम, संजीत में 357 एमएम, कयामपुर में 344.6 एमएमए भावगढ़ में 238 एमएम बारिश दर्ज की गईं है।