मेरठ। जिले में तेजी से फैल रही बीमारी स्वाइन फ्लू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। स्वास्थ्य विभाग के प्रयास के बाद भी बीमारी बेकाबू हो रही है। जिस कारण स्वाइन फ्लू का कहर बढ़ता जा रहा है। अब तक जिले में स्वाइन फ्लू के शिकंजे में आए मरीजों की संख्या का आंकड़ा 150 तक पहुंच गया है। बीते दो दिन से पड़ी बारिश और इसके बाद बढी ठंड में स्वाइन फ्लू का वायरस और घातक हो गया है। मेरठ मेडिकल कालेज में स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है। जहां पर आम लोगों को जाने की मनाही है। वार्ड के भीतर 80 से अधिक मरीज पड़े हुए हैं जो कि स्वाइन फ्लू की चपेट से कराह रहे हैं। वार्ड में जिले के विभिन्न हिस्सों से हर रोज नए मरीजों आ रहे हैं। जिनमें एच1एन1 वायरल की पुष्टि हो रही है। इससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। मेडिकल कालेज की माइक्रोबायोलाॅजी लैब में अब तक 487 मरीजों के सैंपल की जांच में 294 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इनमें मेरठ के 174 मरीज हैं, बाकी अन्य दूसरे जिलों के हैं। जिले में स्वाइन फ्लू के इतने मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी परेशान हैं। सीएमओ डा. राजकुमार का कहना है कि स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लोगों में इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए अनाउंसमेंट भी कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में स्वाइन फ्लू फैलने के कारण मेरठ में भी यह पैर पसार रहा है। उन्होंने बताया कि मेरठ से दिल्ली प्रतिदिन हजारों लोग आते-जाते हैं। जिसके कारण वायरस आ रहा है। उन्होंने कहा कि ठंड होने के कारण इसका वायरस और अधिक एक्टिव हो जाता है। उन्होंने बताया कि विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में टेमीफ्लू की दवा का स्टाक है। वरिष्ठ चिकित्सक डा. बीपी सिंघल का कहना है कि तापमान में कम-ज्यादा होना एच1एन1 वायरल के फैलने में सहायक है। अभी मार्च तक इसके तेजी दिखाने का समय है। इसके बाद ही इसका वायरस अपने आप समाप्त हो जाएगा।