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Nagaur patrika latest news…नियमित एवं संविदा सफाई कर्मियों की फौज के साथ अधिकारियों की निगरानी भी नहीं कर पा रही शहर को साफ…VIDEO

बिगड़ रहा शहर का चेहराशहर के बीकानेर रोड, सुगन सिंह सर्किल से पुराना हॉस्पिटल चौराहा मार्ग, गौरव पथ से इंदिरा कॉलोनी मार्ग, प्रतापसागर तालाब मार्ग, नया दरवाजा मार्ग, नकासगेट से शिवबाड़ी मार्ग, किले की ढाल से गांधी चौक, सदर बाजार, गांधी चौक से दिल्ली दरवाजा, मूण्डवा चौराहा से डीडवाना रोड, अजमेर रोड, मानासर रेलवे फाटक […]

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बिगड़ रहा शहर का चेहरा
शहर के बीकानेर रोड, सुगन सिंह सर्किल से पुराना हॉस्पिटल चौराहा मार्ग, गौरव पथ से इंदिरा कॉलोनी मार्ग, प्रतापसागर तालाब मार्ग, नया दरवाजा मार्ग, नकासगेट से शिवबाड़ी मार्ग, किले की ढाल से गांधी चौक, सदर बाजार, गांधी चौक से दिल्ली दरवाजा, मूण्डवा चौराहा से डीडवाना रोड, अजमेर रोड, मानासर रेलवे फाटक से जोधपुर रोड तक की स्थिति बेहद खराब है। इन क्षेत्रों में प्रमुख बाजारों एवं चौराहों की स्थिति भी गंदगी से लबरेज हो चुकी है। इसकी वजह से शहर का लुक बिगड़ चुका है।
सुगन सिंह सर्किल से पुराना हॉस्पिटल चौराहा
शहर के सुगन सिंह सर्किल से पुराना हॉस्पिटल चौराहा तक जाने वाले मार्ग के दोनो ओर कचरा फैला हुआ है। इसके पास ही निर्माणाधीन ओवरब्रिज के नीचे तो लोगों ने इसे लघुशंका स्थल बना लिया है। साफ-सफाई के अभाव में इस पूरे क्षेत्र की स्थिति बिगड़ चुकी है। विशेष बात यह है कि इसके पास ही मोबाइल शॉफ, सैलून, टी-स्टॉल एवं खाद्य पदार्थों की दुकानें हैं। इस वजह से इस पूरे बाजार की व्यवसायिक स्थिति प्रभावित हो रही है।
यहां पर भी हैं हालात खराब
प्रतापसागर तालाब मार्ग, कलक्ट्रेट से जड़ा तालाब जाने वाले मार्ग के साथ ही नकासगेट से शिवबाड़ी क्षेत्र में मुख्य सडक़ के दोनो ओर गंदगी बिखरी रहती है। यह स्थिति तब है जब कि इन मार्गों के साथ ही आम ही नहीं, बल्कि नगरपरिषद एवं प्रशासनिक अधिकारियों का भी आवागमन होता रहता है।
कचरे में भोजन की तलाश
विभिन्न जगहों पर एकत्रित गंदगी के ढेर में लावारिश पशु अपने भोजन की तलाश करते हुए कभी भी देखे जा सकते हैं। विशेषकर रेलवे स्टेशन चौराहा एवं पुराना हॉस्पिटल से सुगन सिंह सर्किल एवं जैन समाज की नसिया से जड़ा तालाब की ओर से जाने वाले रास्तों पर इस तरह के दृश्य आम हो चुके हैं।

एक नजर इस पर भी…
सफाई व्यवस्था के संसाधनों पर एक नजर
कुल सफाई कर्मियों की संख्या-387
ठेके पर लिए गए सफाई कर्मी-120
नगरपरिषद के सफाई कर्मी-267
कुल आटो टिप्पर-58
कुल ट्रेक्टर-3

जनता बोली…
बेहतर सफाई व्यवस्था के अभाव में शहर का लुक खराब हो चुका है। नगरपरिषद की ओर से सफाई कर्मचारियों के साथ ही संविदा पर भी सफाई कर्मी काम कर रहे हैं। इसके बाद भी शहर नहीं संभल रहा है।
सचिन सारस्वत, शहरवासी
आज बाजार हो या फिर आवासीय क्षेत्र, हर जगह गंदगी की वजह से आम को परेशानी हो रही है। अब समझ में नहीं आता कि इतनी गंदगी होने के बाद भी सफाई कहां हो रही है। यह नगरपरिषद ही जाने।
अशोक शर्मा, शहरवासी
दिल्ली दरवाजा क्षेत्र बाजार गया था। दो दिन पहले तो वहां पर विजयबल्लभ चौराहा के पहले ही नाला पूरी तरह से जाम होने से दुर्गन्ध बनी हुई थी। वहां पर दो विदेशी भी नजर आए, जो गंदगी को देखकर अजीब तरह से मुंह बना रहे थे।
कैलाश, शहरवासी
बंशीवाला मंदिर जाते समय नया दरवाजा से लेकर पूरे मंदिर पहुंचने तक के रास्ते पर गंदगी के ढेर ही नहीं लगे हुए हैं, बल्कि कई जगहों पर इतनी गंदगी है कि देखने से लगा कि सफाई ही नहीं होती है।
बाबूलाल, शहरवासी
नागौर में बाहर से आने वालों पर शहर की खराब छबि बन जाती है। कारण रेलवे स्टेशन से शहर में प्रवेश करने के दोनो ही रास्तों की हालत बेहद खराब है। यह बात तो अधिकारियों को भी समझनी होगी।
हिमांशु अरोरा, शहरवासी
अलग से टीम बननी चाहिए
शहर में सफाई व्यवस्था की निगरानी के लिए अलग से टीम बननी चाहिए। जिसमें संबंधित वार्ड के क्षेत्रवासी भी शामिल रहे। यह टीम अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट आयुक्त को सौंपे। इस रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की व्यवस्था बननी चाहिए।
गोविंद कड़वा, पार्षद

इनका कहना है…
शहर में सफाई व्यवस्था के लिए सफाई कर्मचारियों की टीम काम कर रही है। सभी को अलग-अलग जोन में लगा रखा है। इन पर निगरानी के लिए अधिकारियों को भी जिम्मेदारियां दे रखी है। इसके बाद भी स्थिति अव्यवस्थित है तो फिर इसको देखवा लिया जाएगा।
रामरतन चौधरी, आयुक्त नगरपरिषद