नागौर. अवैध खनन से जुड़ी कार्रवाइयों में इस साल एक अप्रैल से दिसंबर यानि की इस माह तक अवैध खनन एवं निर्गमन से कुल वसूली 413.75 करोड़ की वसूली करने के साथ ही 79 मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई। इस दौरान यानि की पूरे नौ माह में अवैध खनन के कुल 38 मामले पकड़े जा चुके हैं। इसके बाद भी अवैध खनन एवं निर्गमन कराने वालों के हौसले बुलंद है।
जिले में अवैध खनन से जुड़े मामलों में हुई कार्रवाइयों में इस साल एक अप्रैल से दिसंबर यानि की अब तक की कार्रवाइयों में नागौर के खनिज अभियंता ने सबसे ज़्यादा अवैध खनन के मामले 19 पकड़े। गोटन के सहायक खनिज अभियंता ने 6, और पुलिस ने 10 मामले पकड़े। इसी तरह अवैध निर्गमन के मामलों में गोटन के सहायक खनिज अभियंता ने 103, नागौर के खनिज अभियंता ने 83, पुलिस ने 41 और जिला परिवहन विभाग ने 65 ओवरलोडेड वाहनों के मामले पकड़े। वन विभाग ने सिर्फ एक मामला दर्ज कराया। पकड़े जाने के बाद जुर्माना वसूली में गोटन के सहायक खनिज अभियंता ने 2 करोड़ 21 लाख 63 हजार की राशि और नागौर के खनिज अभियंता ने 1 करोड़ 25 लाख 90 हजार राशि वसूली। परिवहन विभाग ने भी केवल 11 लाख 35 हजार रुपये और वन विभाग ने मात्र 1 लाख 26 हजार रुपये की वसूली की। इस प्रकार कुल वसूली 4 सौ करोड़ से ज्यादा की रही।
बीते वित्तीय वर्ष की यह रही स्थिति
गत वर्ष यानि की 2023 में एक अप्रैल से इस साल 31 मार्च तक अवैध खनन के 94 मामले, 603 अवैध निर्गमन और 28 अवैध स्टॉक पकड़े हैं। इस दौरान 725.61 करोड़ की वसूली की गई और 150 से ज़्यादा एफआईआर दर्ज की गईं। लेकिन इन कठोर कार्रवाइयों के बावजूद अवैध खनन पर लगाम नहीं लग पा रही है। खनिज विभाग के आंकड़ों के अनुसार बीते वर्ष के गत एक अप्रैल से इस साल यनि की वर्ष 2024 के मार्च माह तक नागौर के खनिज अभियंता के क्षेत्र में 51 अवैध खनन मामले सामने आए हैं। खनिज पदार्थों के अवैध परिवहन के 100 मामले पकड़े गए, जबकि अवैध स्टॉक के 15 मामले दर्ज हुए। इनमें से 52 मामलों में एफआईआर दर्ज कराई गई और 1 करोड़ 57 लाख 50 हजार रुपये की वसूली की गई। गोटन के सहायक खनिज अभियंता के क्षेत्र में भी स्थिति गंभीर है। यहाँ 20 अवैध खनन, 205 अवैध परिवहन और 13 अवैध स्टॉक के मामले सामने आए हैं। इसमें 26 एफआईआर दर्ज की गईं और 4 करोड़ 93 लाख 36 हजार रुपये की वसूली हुई। इसी तरह जिला परिवहन विभाग ने भी खनिज पदार्थों के अवैध निर्गमन के 208 मामलों में कार्रवाई करते हुए 44 लाख 20 हजार रुपये वसूले हैं। पुलिस ने अवैध खनन के 23 और अवैध निर्गमन के 51 मामलों में कार्रवाई की है, जिसमें 74 एफआईआर दर्ज की गई हैं।
इन क्षेत्रों में कार्रवाइयों के बाद भी स्थिति गंभीर
रोहिसा, कीरो की ढाणी, रियाबड़ी, आलनियावास, लूंगिया, हरसौर, तातवास, बैराथल, भेड़, भावण्डा, भोजास, खोड़वा, ताडावास, गगराना, धनापा, छोटी खाटू, सेनणी, असावरी, ग्वालू, खुडख़ुड़ा आदि क्षेत्रों में अवैध खनन के खिलाफ हुई दर्जनों बार कार्रवाइयों के पश्चात भी अवैध खनन के सिलसिले पर विराम नहीं लगा है। इन क्षेत्रों में खनिज पदाथों से लदी ओवरलोडेड गाडिय़ों को भी गुजरते हुए देखा जा सकता है। इस संबंध में हाल ही में जिला कलक्टर अरुण कुमार पुरोहित की अध्यक्षता में हुई बैठक में इससे जुड़े बिंदुओं पर चर्चा की गई थी। इसके पश्चात खनिज विभाग की ओर से अवैध खनन पर लगाम लगाए जाने के लिए टीम भी बनाई गई। खनिज विभाग के अनुसार टीम की ओर से संवेदनशील जगहों पर जांच कर कार्रवाइयां की जा रही है।
इनका कहना है…
अवैध खनन के खिलाफ विभाग की ओर से अभियान स्तर पर कार्रवाइयां की गई है। इसके लिए टीम बनाकर संवदेनशील जगहों पर जांच की जा रही है। अन्य विभागों से भी इसमें सहयोग लिया जा रहा है।
नरेन्द्र खटिक, खनि अभियंता, खनिज विभाग नागौर