नागौर. जिले में अवैध खनन, खनिज परिवहन और भंडारण पर प्रभावी रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने विशेष संयुक्त अभियान की शुरुआत कर दी है। राज्य सरकार के निर्देशों के तहत यह अभियान 30 दिसंबर से 15 जनवरी तक संचालित किया जाना है। अभियान के तहत जिला कलक्टर के निर्देशन में खनन, पुलिस, परिवहन, वन एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीमों को जिले भर में कार्यवाही करने के निर्देििश मले हैं। अभियान का उद्देश्य अवैध खनन गतिविधियों पर त्वरित और प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करना है
ट्रैक्टर और डंपर जब्त, लगाया जुर्माना
संयुक्त अभियान के तहत मंगलवार को जिले में कुल चार कार्रवाई की गईं। रियाबड़ी क्षेत्र में बजरी के अवैध परिवहन में लिप्त दो ट्रैक्टर जब्त किए गए। खींवसर क्षेत्र में भी खनिज मेसनरी स्टोन के अवैध परिवहन के मामलों में दो डंपरों को पकड़ा गया। अभियान के दूसरे दिन बुधवार को थांवला क्षेत्र में बजरी से भरा एक डंपर तथा बैरावास में लाइमस्टोन से भरा एक डंपर जब्त किया गया। सभी मामलों में नियमानुसार वाहन जब्ती की कार्रवाई की गई। इसके तहत इन प्रकरणों में संबंधित पक्षों पर लगभग साढ़े तीन लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। 90 दिन में कंपाउंड नहीं हुआ मामला तो दर्ज होगी एफआईआर
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध खनन, खनिज परिवहन या भंडारण से जुड़े मामलों में यदि 90 दिनों की अवधि में प्रकरण का कंपाउंड नहीं किया जाता है तो संबंधित खनि अभियंता या सहायक खनि अभियंता की ओर से एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इसके साथ ही अवैध गतिविधियों में प्रयुक्त वाहन और मशीनरी को राजसात करने की कार्रवाई भी की जाएगी। खनि अभियंता जयप्रकाश गोदारा का कहना है कि अभियान के दौरान नागौर जिले में की गई सभी कार्रवाइयों की दैनिक प्रगति रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जा रही है। रिपोर्ट में दर्ज प्रकरणों, जब्त वाहनों, लगाए गए जुर्माने और की गई अन्य कानूनी कार्रवाइयों का पूरा
पकड़े गए तो फिर बहानेबाजी नहीं चलेगी, कार्यवाही का करना पड़ेगा सामना
नागौर. जिले में खाद्य सुरक्षा योजना को सही मायनों में जरूरतमंद परिवारों तक सीमित रखने के उद्देश्य से जिला आपूर्ति रसद एवं खाद्य विभाग की ओर से चलाया जा रहा गिवअप अभियान अब सकारात्मक असर नजर आ आने लगा है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2025 में गत जनवरी से लेकर 31 दिसंबर तक जिले के 1 लाख 46 हजार 463 लोगों ने स्वेच्छा से योजना का लाभ छोड़ दिया है। इन लाभार्थियों ने प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर अपने नाम खाद्य सुरक्षा सूची से हटवाए हैं। विभाग के गिवअप अभियान के साथ ही पात्र परिवारों को भी योजना में जोडऩे की प्रक्रिया भी समानांतर रूप से चली। गत जनवरी से दिसंबर 2025 के बीच जिले में कुल 2 लाख 33 हजार 557 यूनिट्स के नाम खाद्य सुरक्षा योजना में जोड़े गए हैं। रसद विभाग के अधिकारियों के अनुसार अभी भी गिवअप अभियान में शामिल होने का अवसर खुला हुआ है। उनका कहना है कि यदि कोई व्यक्ति या परिवार अपात्र श्रेणी में आता है, तो स्वेच्छा से योजना का लाभ छोड़ दे। ऐसा नहीं करने पर आगामी विभागीय सत्यापन के दौरान यदि कोई अपात्र व्यक्ति खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल पाया गया, तो उसके खिलाफ सीधी कार्रवाई की जाएगी। इसमें नाम निरस्त करने के साथ-साथ नियमानुसार अन्य दंडात्मक कदम भी उठाए जा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार विभाग द्वारा शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लाभार्थियों का डेटा मिलान किया जा रहा है। आय, संपत्ति, वाहन स्वामित्व और अन्य सरकारी अभिलेखों के आधार पर पात्रता की जांच की जा रही है। जांच में अपात्र येाजना का लाभ लेते पाए गए तो फिर बहानेबाजी नहीं चलेगी, केवल कार्यवाही की जाएगी। इसलिए अभी भी लोगों के पास अवसर है कि यदि वह अपात्र हंै तो स्वेच्छा से गिवअप अभियान में शामिल हो जाएं, नहीं फिर बाद में मौका नहीं मिलेगा। इसके विभागीय स्तर पर जांच के दायरे में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र दोनो ही हैं। इसमें क्षेत्रवार लोगों की सूचियां बन चुकी है। अब केवल सूची के अनुसार जांच की जाएगी।
सत्यापन की प्रक्रिया जारी रहेगी
सत्यापन और निगरानी की यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी, ताकि योजना का दुरुपयोग रोका जा सके, और सरकारी संसाधनों का सही उपयोग सुनिश्चित किया जा सके। जांच में अपात्र यदि योजना का लाभ लेते मिले तो फिर उनके खिलाफ सीधा कार्यवाही ही होगी।
अंकित पचार, जिला रसद अधिकारी नागौर
नागौर मंडल में डाक जीवन बीमा प्रीमियम संग्रह में 1 करोड़ 20 लाख का प्रीमियम किया जमा
नागौर. मंडल में डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा के तहत प्रीमियम संग्रह के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। माह दिसंबर के लिए नागौर मंडल को नए प्रीमियम संग्रह का एक करोड़ रुपये का लक्ष्य आवंटित किया गया था। जिला डाक अधीक्षक रामावतार सोनी ने बताया कि इस लक्ष्य के अनुरूप मंडल के सभी शहरी एवं ग्रामीण डाकघरों ने निरंतर और समन्वित प्रयास किए। इन प्रयासों का परिणाम यह रहा कि 31 दिसंबर तक नागौर मंडल में एक करोड़ बीस लाख रुपये का नया प्रीमियम जमा किया गया, जो निर्धारित लक्ष्य से काफी अधिक है। मंडल के इतिहास में यह पहला अवसर है जब मात्र एक माह के भीतर इतने बड़े स्तर पर डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा का प्रीमियम संग्रह किया गया है। जिला डाक अधीक्षक सोनी ने बताया कि विभागीय कर्मचारियों ने इसके लिए क्षेत्रवार लोगों के साथ बैठकें की, और प्रीमियम आदि जमा कराए जाने के लिए उनको प्रोत्साहित करने का काम किया गया। इसमें शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में भी डाक कर्मचारियों ने घर-घर पहुंचकर बीमा योजनाओं की जानकारी दी। जिससे नए बीमाधारकों की संख्या में शानदार वृद्धि हुई।
अवैध खनन पर जिला प्रशासन का शिकंजा, विशेष संयुक्त अभियान शुरू, अवैध परिवहन करते पकड़े
30 दिसंबर से 15 जनवरी तक चलेगा अभियान, खनन-पुलिस-परिवहन-वन-राजस्व विभाग की संयुक्त टीमें रहेंगी शािमल
नागौर. जिले में अवैध खनन, खनिज परिवहन और भंडारण पर प्रभावी रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने विशेष संयुक्त अभियान की शुरुआत कर दी है। राज्य सरकार के निर्देशों के तहत यह अभियान 30 दिसंबर से 15 जनवरी तक संचालित किया जाना है। अभियान के तहत जिला कलक्टर के निर्देशन में खनन, पुलिस, परिवहन, वन एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीमों को जिले भर में कार्यवाही करने के निर्दििेश मले हैं। अभियान का उद्देश्य अवैध खनन गतिविधियों पर त्वरित और प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करना है
ट्रैक्टर और डंपर जब्त, लगाया जुर्माना
संयुक्त अभियान के तहत मंगलवार को जिले में कुल चार कार्रवाई की गईं। रियाबड़ी क्षेत्र में बजरी के अवैध परिवहन में लिप्त दो ट्रैक्टर जब्त किए गए। खींवसर क्षेत्र में भी खनिज मेसनरी स्टोन के अवैध परिवहन के मामलों में दो डंपरों को पकड़ा गया। अभियान के दूसरे दिन बुधवार को थांवला क्षेत्र में बजरी से भरा एक डंपर तथा बैरावास में लाइमस्टोन से भरा एक डंपर जब्त किया गया। सभी मामलों में नियमानुसार वाहन जब्ती की कार्रवाई की गई। इसके तहत इन प्रकरणों में संबंधित पक्षों पर लगभग साढ़े तीन लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। 90 दिन में कंपाउंड नहीं हुआ मामला तो दर्ज होगी एफआईआर
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध खनन, खनिज परिवहन या भंडारण से जुड़े मामलों में यदि 90 दिनों की अवधि में प्रकरण का कंपाउंड नहीं किया जाता है तो संबंधित खनि अभियंता या सहायक खनि अभियंता की ओर से एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इसके साथ ही अवैध गतिविधियों में प्रयुक्त वाहन और मशीनरी को राजसात करने की कार्रवाई भी की जाएगी। खनि अभियंता जयप्रकाश गोदारा का कहना है कि अभियान के दौरान नागौर जिले में की गई सभी कार्रवाइयों की दैनिक प्रगति रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जा रही है। रिपोर्ट में दर्ज प्रकरणों, जब्त वाहनों, लगाए गए जुर्माने और की गई अन्य कानूनी कार्रवाइयों का पूरा
शिव महापुराण कथा में समझाई भक्ति, वैराग्य, संस्कार की महत्ता
नागौर. हाउसिंग बोर्ड के विश्वेश्वर महादेव मंदिर में चल रही भागवत कथा के चौथे दिन संत हरिशरण महाराज ने श्रद्धालुओं को भक्ति, वैराग्य, संस्कार और सामाजिक समरसता की महत्ता समझाते हुए कहा कि सीता स्वयंवर, शिव धनुष तोडऩे तथा लक्ष्मण-परशुराम संवाद की अध्यात्मिक व्याख्या की। उन्होंने कहा कि प्रभु अपने ही होते हैं, और उनकी स्मृति ही उन्हें पाने का सबसे सरल मार्ग है। उन्होंने मृत्यु के अवसर पर शोक सभा के स्थान पर सत्संग सभा आयोजित करने का संदेश देते हुए कहा कि सत्संग आत्मा को शांति और कल्याण की दिशा देता है। शिव-पार्वती और चित्रकेतु की कथा के माध्यम से क्रोध त्यागने की प्रेरणा देते हुए बताया गया कि क्रोध से शरीर, परिवार और समाज तीनों को हानि पहुंचती है। नामदेव कथा प्रसंग का उद्धरण देते हुए कहा कि सृष्टि का प्रत्येक कण भगवान का स्वरूप है, और जब आत्मा में सुख व शांति होती है तो यही सच्चा कल्याण है। किसी का बुरा न सोचने और न करने की शिक्षा देते हुए कहा कि सब कुछ ईश्वर की ही रचना है। भक्त प्रह्लाद और माता श्रीयादे की कथा के माध्यम से भगवान के नाम स्मरण और अटूट विश्वास का महत्व समझाया गया। बच्चों के संस्कारों पर विशेष बल देते हुए कहा कि गर्भावस्था से ही माता द्वारा दिए गए संस्कार बच्चों के जीवन की दिशा तय करते हैं। केवल ऊंची शिक्षा पर्याप्त नहीं, बल्कि संस्कारयुक्त शिक्षा ही समाज को सशक्त बनाती है। कृष्ण जन्मोत्सव के प्रसंग में संत हरि शरण महाराज ने अधर्म पर धर्म की विजय का संदेश देते हुए कहा कि जब पृथ्वी पर अन्याय बढ़ता है, तब भगवान अवतार लेते हैं। आधी रात में कृष्ण का जन्म अज्ञान के अंधकार में ज्ञान के प्रकाश का प्रतीक है। वासुदेव का कृष्ण को यमुना पार कराना जीव द्वारा परमात्मा को हृदय में सुरक्षित रखने का भाव दर्शाता है। यमुना संसार की बाधाओं और माया का प्रतीक है। जिसे भक्ति सहज पार करा देती है। ईश्वर की कृपा से असंभव भी संभव हो जाता है, और प्रकृति भी प्रभु की रक्षा में सहायक बन जाती है।
शिव महापुराण कथा में समझाई महादेव के तत्व की महत्ता
नागौर. शहर की करणी कॉलोनी में चल रही शिव महापुराण कथा का वाचन करते हुए गौतम कृष्ण महाराज ने शंखचूड़ कथ्य के माध्यम से शिव तत्व का विस्तार से वर्णन करते हुए जीवन जीने की कला को समझाया। उन्होंने कहा कि जीवन एक सीढ़ी के समान है, लेकिन उस सीढ़ी से ऊपर जाना है या नीचे आना है। यह पूरी तरह मनुष्य के विवेक पर निर्भर करता है। उन्होंने किसान और फसल का उदाहरण देते हुए कहा कि किसान बीज बोकर फसल की आशा करता है, लेकिन खरपतवार बिना बोए ही उग आते हैं। इसी प्रकार मनुष्य जीवन में सफलता के लिए प्रयास करता है, परंतु दुख, चिंता और रोग जैसी बाधाएं स्वत: आ जाती हैं। इन परिस्थितियों से जूझकर निरंतर आगे बढ़ते रहना ही वास्तविक जीवन जीने की कला है। तुलसी-शालिग्राम पूजन विधि का महत्व भी समझाते हुए न्होंने कहा कि जो व्यक्ति नित्य तुलसी पत्र से शालिग्राम भगवान का अर्चन करता है, और चरणामृत ग्रहण करता है। उसकी अकाल मृत्यु नहीं होती। जो व्यक्ति सांसारिक दुखों से दूर रहकर मोक्ष की कामना करता है, उसे भगवान भोलेनाथ में अटूट विश्वास रखते हुए श्री शिव महापुराण** की कथा का श्रवण करना चाहिए।
रुद्राक्ष माला और पुष्पों से सजा शिवलिंग
नागौर. वर्ष के अंतिम दिन बुधवार को गिनाणी तालाब के पास स्थित श्री नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में विशेष श्रृंगार किया गया। शृंगार संजना सोनी ने किया। भगवान शिव का यह श्रृंगार रुद्राक्ष की माला और पुष्पों से किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में भक्तों ने महादेव के दर्शन कर उनको प्रसाद आदि अर्पित किया, और शिवलिंग पर जलाभिषेक कर सुख-समृद्धि की कामना की। भवानीशंकर सोनी ने बताया कि वर्ष 2021 में इस मंदिर की स्थापना की गई थी। बीते चार वर्षों से यहां प्रतिदिन उज्जैन के महाकाल मंदिर की तर्ज पर आरती और विशेष श्रृंगार किया जा रहा है। नियमित पूजा-अर्चना और अभिषेक के कारण आसपास ही नहीं, बल्कि दूर-दराज से भी श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
शाकद्विपीय ब्राह्मण समाज नागौर का सूर्य सप्तमी महोत्सव 4 से 25 जनवरी तक करेगा विविध धार्मिक आयोजन
नागौर. शाकद्विपीय ब्राह्मण समाज की ओर से सूर्य सप्तमी महोत्सव के तहत 4 से 25 जनवरी तक धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। समाज के अध्यक्ष सुरेश कुवेरा ने बताया कि महोत्सव की शुरुआत 4 जनवरी को सूर्य प्रतिष्ठान में की जाएगी। इस दिन छोटे बच्चों के लिए गुब्बा फोड़, जलेबी कूद और चम्मच रस जैसी मनोरंजक प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। इसी दिन दोपहर सवा दो बजे से महिलाओं के लिए मेहंदी, वेस्ट से बेस्ट और म्यूजिकल चेयर प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसी क्रम में 11 जनवरी को सवा 12 बजे से सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। यह प्रतियोगिता कक्षा 6 से 8, कक्षा 9 से 12 और कॉलेज स्तर के विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग वर्गों में आयोजित की जाएगी। प्रतियोगिता का आयोजन प्रत्येक वर्ग में न्यूनतम 10 प्रतिभागियों की उपस्थिति पर किया जाएगा। 24 जनवरी को शाम 5 बजे से सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जाएगा। इसी दिन शाम सवा 7 बजे महिलाओं के लिए बणी-ठणी प्रतियोगिता रखी गई है। महोत्सव का मुख्य दिन 25 जनवरी को रहेगा। सुबह 7 बजे सूर्य अध्र्य अर्पण किया जाएगा। इसके बाद सुबह 9 बजे से सवा 11 बजे तक हवन का आयोजन होगा। हवन के पश्चात शहर के निर्धारित मार्गों से शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा के समापन पर प्रतिभा सम्मान समारोह में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पारितोषिक प्रदान किए जाएंगे। कार्यक्रम के अंतिम चरण में शाम सवा 6 बजे सूर्य भगवान माला की बोली लगाई जाएगी। बोली के पश्चात शाम सवा 7 बजे से महाप्रसाद का आयोजन किया जाएगा।