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वीडियो : सीवरेज का ट्रीटेड पानी लेगी सीमेंट कम्पनी, बदले में नगर परिषद को चुकाएगी लाखों रुपए

नागौर नगर परिषद के साथ शहरवासियों की बड़ी समस्या का होगा समाधान, सीमेंट कम्पनी लेगी पानी, पानी के बदले नगर परिषद को चुकाएगी रुपए, साथ ही देगी कई प्रकार की मशीनें

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नागौर. शहर के सीवरेज पानी को खपाने की समस्या से अब जल्द ही निजात मिलने वाली है। एक सीमेंट कम्पनी की ओर से जिले के भदाणा व जिंदास में लगाए जा रहे प्लांट के पानी की आवश्यकता नागौर शहर के सीवरेज से पूरी होगी। गत वर्ष सीमेंट कम्पनी व नागौर नगर परिषद के बीच हुए एमओयू के तहत बालवा रोड पर संचालित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से ट्रीटेड पानी सीमेंट प्लांट तक ले जाने के लिए कम्पनी ने पाइपलाइन बिछाना शुरू कर दिया है। अगले वर्ष अप्रेल तक काम पूरा होने के बाद पानी लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

एमओयू में नगर परिषद ने बताया कि उनके पास 8 एमएलडी क्षमता का एक एसटीपी है, जो डब्ल्यूएसपी सिद्धांत पर काम कर रहा है, जिससे उपचारित पानी की गुणवत्ता में सुधार के लिए फाइटोरिड/पाइरीथ्रोइड बेड सिद्धांत उपचार के साथ उन्नत किया जा रहा है। उन्नत एसटीपी के संचालन और रखरखाव का काम दीर्घकालिक आधार पर एक थर्ड पार्टी को सौंपा गया है। गौरतलब है कि नगर परिषद के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से सीमेंट कम्पनी के प्लांट की दूरी करीब 20 किलोमीटर है।

इस काम आएगा पानी

सीमेंट कम्पनी को सीमेंट संयंत्र परियोजना के लिए औद्योगिक उपयोग के साथ हरित पट्टी विकास, धूल दमन, घरेलू उपयोग आदि के लिए पानी की आवश्यकता है।

एक वर्ष में मिलेंगे 38 लाख से अधिक रुपए

सीमेंट कम्पनी, नगर परिषद से 3 रुपए प्रति किलो लीटर की दर से पानी खरीदेगी। इसमें प्रति 5 वर्ष बाद दर में 5 प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी। एमओयू 50 वर्षों के लिए किया गया है। सीमेंट कम्पनी शुरू में रोजाना 1200 किलोलीटर तक पानी लेगी। इसके बाद जैसे-जैसे प्लांट की क्षमता बढ़ेगी, पानी की मात्रा बढ़ाई जाएगी, जिसे प्रतिदिन 3600 किलो लीटर तक किया जाएगा। यानी वार्षिक पानी की खपत करीब 1.2 मिलियन किलो लीटर तक होगी। इस प्रकार नगर परिषद को पानी के बदले एक साल में लगभग 38 लाख रुपए की आय होगी। इसके साथ सीमेंट कम्पनी नगर परिषद को एक सीवरेज लाइन साफ करने की मशीन तथा एक फोर बाइ फोर की दमकल गाड़ी भी उपलब्ध करवाएगी।

अगले साल शुरू होगा पानी लेना

एमओयू के अनुसार अप्रेल 2026 तक सीमेंट कम्पनी की लाइन एक का संचालन करके पानी की खपत शुरू करना अनिवार्य होगा। यदि पानी की खपत शुरू नहीं हो पाती है तो सीमेंट कम्पनी को नियत अनुमानित मात्रा का आधा भाग का नियत दर की आधी दर से भुगतान नगर परिषद नगाौर को करना होगा। साथ ही अतिरिक्त उपलब्ध पानी के उपयोग के लिए नगर परिषद स्वतंत्र रहेगी।

मीटर से मापा जाएगा पानी

एमओयू के अनुसार एसटीपी से सीमेंट प्लांट तक पानी ले जाने की व्यवस्था सीमेंट कम्पनी को अपने स्तर पर करनी होगी। इसको देखते हुए सीमेंट कम्पनी ने पाइपलाइन बिछाना शुरू कर दिया है। पंपिंग व संबंधित बुनियादी ढांचे की स्थापना के लिए सीमेंट कम्पनी को एसटीपी के पास नगर परिषद ने प्रति वर्ग मीटर प्रति वर्ष की दर से जमीन लीज पर दी है। सीमेंट कम्पनी की ओर से खपत किए जा रहे पानी की मात्रा को मापने के लिए मीटर पंपिंग सिस्टम के आउटलेट पर डिजिटल वॉटर मीटर स्थापित किया जाएगा।

शहर की समस्या का होगा समाधान

वर्तमान में शहर का सीवरेज पानी पाइपलाइन के जरिए बालवा रोड पर संचालित एसटीपी तक ले जाया जा रहा है, लेकिन ट्रीटेड पानी को बेचने के लिए नगर परिषद पिछले 12 सालों में कोई टेंडर नहीं कर पाई। इसके चलते आए दिन सीवरेज का पानी पॉलिटेक्निक कॉलेज के सामने खुले में बहता रहता है। जिसकी बदबू से हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सहित आसपास के लोग परेशान रहते हैं। बारिश के दिनों में सीवरेज का पानी शहर में भी जगह-जगह चैम्बर से निकलता है। अब सीमेंट कम्पनी जब बड़ी मात्रा में पानी लेगी तो यह समस्या समाप्त हो जाएगी। साथ ही नगर परिषद को आय भी होगी।

एमओयू हो गया है

सीमेंट कम्पनी को सीवरेज पानी बेचने के लिए हमने गत वर्ष एमओयू किया था, जिसके तहत कम्पनी ने काम शुरू कर दिया है। अगले वर्ष सीमेंट कम्पनी पानी लेना शुरू कर देगी। इससे नगर परिषद को आय भी होगी और कुछ मशीनें भी मिलेंगी।

– रामरतन चौधरी, आयुक्त, नगर परिषद, नागौर