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वीडियो : एक इंजीनियर के भरोसे बन रहा मनमर्जी का आरओबी, अब वापस तोड़ रहा ठेकेदार

शहर के बीकानेर रोड रेलवे फाटक पर निर्माणाधीन आरओबी में अनियमितता का मामला, गर्डर रखने से पहले नहीं बनाए पेडस्टल, इसलिए अब तोडऩा पड़ा, शहरवासियों ने दी आंदोलन की चेतावनी तो शुरू किया काम

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नागौर. शहर के बीकानेर रोड रेलवे फाटक सी-61 पर पिछले सात साल से निर्माणाधीन आरओबी का निर्माण कार्य ‘बीरबल की खिचड़ी’ बनता जा रहा है। वर्क साइट (कार्य स्थल) एवं लैब में करीब एक दर्जन विशेषज्ञ इंजीनियर होने चाहिए, वहां ठेकेदार मात्र एक-दो इंजीनियर से काम चला रहा है। यही वजह है कि जून 2024 में जो आरओबी का काम पूरा हो जाना था, वो आज भी अधूरा है और उसमें दो से तीन महीने और लगने की संभावना है। इंजीनियरिंग की खामी के चलते ही करीब पौने दो महीने पहले बनाए गए पेडस्टल (स्टील के गर्डर रखने की चौकियां) वापस तोडऩीपड़ रही है। शहरवासियों की ओर से आंदोलन की घोषणा करते ही ठेकेदार ने सोमवार को आरओबी का काम शुरू कर दिया।

पत्रिका ने पहले ही चेताया था

बीकानेर रोड रेलवे फाटक पर निर्माणाधीन आरओबी में पटरियों के दोनों तरफ बने पिलर पर स्टील के गर्डर रखने के लिए बनाए गए पेडस्टल (चौकी) को लेकर राजस्थान पत्रिका ने गत 8 जुलाई को समाचार प्रकाशित कर जिम्मेदारों को चेताया था। पत्रिका ने बताया कि ठेकेदार ने नियमानुसार मौके पर इंजीनियर नहीं लगाए हैं, जिसके कारण आरओबी की इंजीनियरिंग में खामियां रह रही हैं। पहले ठेकेदार के जीनियर अतुल शर्मा ने पेडस्टल का निर्माण गर्डर रखने के बाद करने की बात की और एक अगस्त को सभी छह गर्डर रखने के बाद कोतवाली तरफ के पिलर पर पेडस्टल बनाए गए। पेडस्टल बनाने के बाद पौने दो महीने काम बंद रखने के बाद सोमवार को ठेकेदार ने पेडस्टल तुड़वाने शुरू कर दिए। यदि समय रहते इस पर ध्यान देते तो आज दो महीने खराब नहीं होते।

संयुक्त संघर्ष समिति ने सौंपा ज्ञापन

नागौर शहर ऑल संगठन समाज संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक रूपसिंह पंवार व वार्ड के पार्षद गोविन्द्रकड़वा के नेतृत्व में शिव सेना के जिला प्रमुख नारायण बिडियासर, हाउसिंग बोर्ड विकास समिति के अध्यक्ष रामप्रकाश बिशु, अशोक प्रजापत, सुरेश टाक, माणकचंद सांखला, पदमाराम चोटिया, नारायणराम काला, श्यामलाल प्रजापत, कमल सांखला, वाजिद अली, मुश्ताक धोबी सहित ऑटो चालकों एवं शहरवासियों ने मुख्यमंत्री के नाम एडीएम चम्पालाल जीनगर को ज्ञापन सौंपकर दो महीने में आरओबी का काम पूरा करवाने की मांग की। समिति सदस्यों ने बताया कि पिछले सात साल से अधूरा पड़ा है, इसके कारण पूरा शहर परेशान है। इसलिए दो माह में काम पूरा हो और प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट ली जाए। पार्षद कड़वा ने कहा कि शहरवासियों के इंतजार की इंतेहा हो गई है। दो बार ठेका होने के बावजूद आरओबी का काम पूरा नहीं होना अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है। इसलिए अब आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। दो महीने में काम पूरा नहीं हुआ तो आंदोलन को उग्र रूप देंगे। ज्ञापन के बाद एडीएम जीनगर ने शहरवासियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि उन्होंने दो दिन पहले ही ठेकेदार व एनएच के अधिकारियों से बात कर काम शुरू करवा दिया है। उनका प्रयास है कि आरओबी का काम जल्द से जल्द पूरा हो। इसके लिए ठेकेदार की दो टीमें लगवाई गई हैं, एक आरओबी का काम करेगी और दूसरी ड्रेनेज व सर्विस रोड का काम साथ साथ करेगी।

ड्रेनेज व आरओबी का काम साथ चलेगा

रेलवे फाटक सी-61 पर ठेकेदार ने काम शुरू कर दिया है, अब ड्रेनेज व आरओबी का काम साथ-साथ चलेगा। पूर्व के ठेकेदार ने पटरियों के पास जो पिलर बनाए थे, वो सही नहीं होने की वजह से पेडस्टल तोडऩे पड़ रहे हैं। एक तरफ के पूरे पेडस्टल तोड़े जाएंगे तथा दूसरी तरफ के आधे टूटेंगे। इसके बाद वापस बनाकर आगे का काम किया जाएगा।

– दीपक परिहार, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी एनएच, नागौर