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VIDEO…पर्यूषण पर्व की आराधना के साथ शुरू हुए विविध कार्यक्रम

नागौर. श्वेतांबर स्थानकवासी जयमल जैन श्रावक संघ के तत्वावधान में रविवार से आठ दिवसीय पर्वाधिराज पर्युषण की आराधना प्रारंभ हुई। जयगच्छीय साध्वी बिंदुप्रभा व साध्वी हेमप्रभा के सानिध्य में विभिन्न आयोजन हुए। इस मौके पर सुबह सुशील धरम आराधना भवन में नवकार महामंत्र का जाप हुआ। इसके पश्चातजयमल जैन पौषधशाला में अंतगड़ सूत्र का वाचन […]

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नागौर. श्वेतांबर स्थानकवासी जयमल जैन श्रावक संघ के तत्वावधान में रविवार से आठ दिवसीय पर्वाधिराज पर्युषण की आराधना प्रारंभ हुई। जयगच्छीय साध्वी बिंदुप्रभा व साध्वी हेमप्रभा के सानिध्य में विभिन्न आयोजन हुए। इस मौके पर सुबह सुशील धरम आराधना भवन में नवकार महामंत्र का जाप हुआ। इसके पश्चातजयमल जैन पौषधशाला में अंतगड़ सूत्र का वाचन व प्रवचन हुआ। प्रवचन करते हुए साध्वी बिंदुप्रभा ने कहा कि आत्मा को पवित्र करने वाला ही पर्व कहलाता है। कहने का अर्थ यह है कि जो आत्मा को प्रकाशित करने वाला हो। पर्युषण आत्म-शोधन एवं आत्म-शुद्धि का पावन पर्व है। पर्युषण जैसे पर्वों को तप-त्याग पूर्वक मनाने से जीवन में एक नए परिवर्तन की ओर कदम बढ़ जाते हैं। पर्युषण धर्म जागरण का एक ऐसा पर्व है, जिसमें श्रावक-श्राविकाएं सांसारिक प्रवृत्तियों से निवृत्त होकर धर्म आराधना व जप तप में आत्म जागरण हेतु पुरुषार्थरत रहते हैं। यह पर्व प्रतीक्षा को प्रतिज्ञा में बदलने का अवसर है। पर्युषण पर्व का उत्साह वासना का नहीं, उपासना का होता है। यह पर्व अपनी आत्मा के निकट आने का पर्व है। इसके पश्चात दोपहर में सुशील आराधना भवन में कल्प सूत्र वाचन हुआ। अपराह्न में धार्मिक अध्ययन का कार्यक्रम हुआ। सूर्यास्त के पश्चात श्रावक एवं श्राविकाओं का प्रतिक्रमण हुआ। प्रवचन में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर हरकचंद ललवानी, नवनीत चौरडिय़ा, जयेश पींचा, नरेंद्र चौरडिय़ा, विजया ललवानी, चंचलदेवी बेताला, पुष्पा ललवानी ने दिए। प्रकाशचंद बोहरा परिवार की ओर से इन्हें पुरस्कृत किया गया। इस दौरान संजय पींचा, महावीरचंद भूरट, कमलचंद ललवानी, नरपतचंद ललवानी, किशोरचंद ललवानी, दशरथचंद लोढ़ा, लूणकरण बेताला, धनराज सुराणा, अमित नाहटा, पार्षद दीपक सैनी, राजू नाहटा, पूनमचंद बैद, किशोरचंद पारख, मूलचंद ललवानी, विजयराज नाहर, ज्ञानचंद माली, नरेश गुरा, राजेंद्र ललवानी, ललित मुणोत, दिनेश गुरा आदि मौजूद थे।