बिहार में 11 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान और 14 नवंबर को परिणाम आना बाकी है। लेकिन उससे पहले ही सियासी हवा तेजी से बदल रही है। पहले चरण में बंपर मतदान के बाद नेताओं ने राजनीतिक समीकरण बैठाने भी शुरू कर दिए है। इस बीच, लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने भाजपा नेता रवि किशन से मुलाकात कर सभी को चौंका दिया है। खास बात ये है कि एयरपोर्ट पर हुई मुलाकात के बाद तेज प्रताप ने बिहार की राजनीति में नए गठबंधन के संकेत भी दे दिए।
तेज प्रताप ने संकेत दिया तो भाजपा नेता रवि किशन ने उनका खुले दिल से स्वागत किया। नई संभावनाओं पर उन्होंने कहा कि कुछ भी हो सकता है। बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोलेनाथ के सभी भक्तों के लिए अपने दरवाजे खुले रखे हैं जो निस्वार्थ सेवा करते हैं, किसी निजी एजेंडे के कारण राजनीति में नहीं हैं।
तेज प्रताप और भाजपा के बीच पक रही नई खिचड़ी से लालू परिवार की नींद उड़ गई है। नए समीकरणों को देखते हुए राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई। दरअसल, RJD और लालू परिवार से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी का एलान किया था। इस बार महुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में भी है। तेज प्रताप ने बिहार में कुल 43 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इनमें से ज़्यादातर सीटें वे हैं, जो यादव बहुल हैं और आरजेडी जीतती रही है। तेज प्रताप ने जिन सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, वहां उनका कोई नया वोट बैंक नहीं है बल्कि वे आरजेडी के वोट बैंक में सेंध लगाएंगे। ऐसे में भाजपा नेताओं से तेज प्रताप की नजदीकियां तेजस्वी यादव के रास्ते में कांटे बिछा सकती है।