नीमच. पिछले 2-3 सालों में अन्नदाता लहसुन के दामों को लेकर काफी मायूस था। हालात इतने बदतर हो गए थे कि लागत तक नहीं निकल रही थी। खून पसीने से पैदा की लहसुन को पानी में बहाने तक को मजबूर होना पड़ा था। सोमवार को किसानों के दिन पलटे। नई लहसुन की मंडी में बम्पर आवक हुई और व्यापारियों ने भी दिल खोलकर उसका स्वागत किया। नीचे में 4 हजार तो ऊपर में साढ़े 8 हजार रुपए क्विंटल तक के दाम मिलने से अन्नदाता के चेहरे खिल उठे थे।