भीलवाड़ा। नगर विकास न्यास शहर में दो दिन की कार्रवाई के दौरान अतिक्रमण के दायरे में आए 66 कियोस्कों को जेसीबी से जमींदोज कर चुका है। शुक्रवार को करीब बारह घंटे चले न्यास के ऑपरेशन से अजमेर चौराहा से 28 कियोस्क गिराए गए। सम्भावना है कि भारतीय रेलवे दोहरीकरण के कार्य के चलते यहां के कुछ हिस्से की जमीन को जल्द अवाप्त करने की कार्रवाई करेगा।
न्यास ने गुरुवार को भोपालपुरा में अब्दुल कलाम सामुदायिक भवन के सामने 38 जर्जर कियोस्क ध्वस्त कर दिया था। उसके बाद सुबह छह बजे अजमेर चौराहे पर लवाजमा ध्वस्त करने पहुंचा। कई कियोस्क धारकों ने सुबह अपना सामान यहां से हटाया। जेसीबी व डम्परों की मदद से कियास्कों को गिराने का कार्य शुरू हुआ जो कि सुबह दस बजे तक पूर्ण कर लिया। इसके उपरांत मलबा हटाने का कार्य शाम छह बजे तक पूर्ण हुआ। न्यास की कार्रवाई से समूचा क्षेत्र अतिक्रमण मुक्त हुआ। इस दौरान क्षेत्र की थाना पुलिस का जाप्ता भी तैनात था।
नगर निगम की दस दुकानों का भविष्य में होगा तय
अजमेर चौराहे पर अब नगर निगम की 99 साल पर दी गई दस दुकानें और शेष है। दुकानों में अभी विभिन्न प्रकार का कारोबार हो रहा है। यह सभी दुकानें पुलिया से नीचे उतरते ही सिविल लाइंस की तरफ है। इन दुकानों का भी जिला प्रशासन, नगर निगम की मदद से जल्द भविष्य तय करेगी।
रेलवे कर सकती भूमि अवाप्त
रेलवे का दोहरीकरण का कार्य चित्तौड़गढ़ के चंदेरिया से लेकर अजमेर के आदर्शनगर तक किया जा रहा हे। अजमेर से धुंवाला तक रेलवे पटरी के समीप की जमीन को रेलवे अवाप्त करते हुए आगे बढ़ रही है। भीलवाड़ा शहरी क्षेत्र में रेलवे पटरी के आसपास की जमीन के भी अवाप्त किए जाने की संभावना है। रेलवे ने संकेत दिए है कि अजमेर पुलिया के चौड़ीकरण के साथ अवाप्ति के लिए अजमेर चौराहा क्षेत्र की जमीन की भी रेलवे को जरूरत रहेगी।
अब खस्ताहाल कियोस्कों की बारी
दूसरे चरण में कबाड़ हो चुके कियोस्कों को गिराया जाएगा। शुक्रवार को तहसीलदार दिनेश साहू की अगुवाई में हुई कार्रवाई के दौरान अधिशासी अभियंता रामप्रसाद जाट, सहायक अभियंता शक्ति सिंह, कनिष्ठ अभियंता कमलेश जैन, भवन निरीक्षक गोविंद सिंह व पटवारी मानवेन्द्र सिंह समेत न्यास टीम मौजूद थी।