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18570 फीट ऊंचाई पर पहुंचकर होते है महादेव के दर्शन

डूंगरपुर. डूंगरपुर की पर्वतारोही एवं राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुशालमगरी की शिक्षिका अनिता अग्रवाल ने दूसरी बार दुनिया की दुर्गम यात्रा में शामिल श्रीखंड महादेव कैलाश पंच कैलाशी यात्रा पूरी की हैं।

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डूंगरपुर.

डूंगरपुर की पर्वतारोही एवं राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुशालमगरी की शिक्षिका अनिता अग्रवाल ने दूसरी बार दुनिया की दुर्गम यात्रा में शामिल श्रीखंड महादेव कैलाश पंच कैलाशी यात्रा पूरी की हैं। यह यात्रा हिमालय प्रदेश के कुल्लू जिले के निरमंड तहसील के जाओ गांव से शुरू होती है। पांच दिन की इस यात्रा में 32 किलोमीटर जाना और 32 किलोमीटर आना शामिल है। पहले दिन थाचडू, दूसरे दिन भीमद्वारी और तीसरे दिन भीमदवारी से महादेव के दर्शन कर वापस लौटना होता है। यात्रा में 18570 फीट ऊंचाई पर पहुंचने पर महादेव के दर्शन है। इस कैलाश पर पूरा शिव परिवार है। अनिता यह यात्रा 22 जुलाई से 27 जुलाई तक पूरी कर डूंगरपुर लौटी हैं।

72 फीट ऊंचा शिवालय

बकौल अनिता करीब 72 फीट ऊंचा शिवालय है। यात्रा के दौरान कई बार ऑक्सीजन की कमी से रेस्क्यू कर यात्रियों को नीचे उतारा जाता है। यहां पर बचाव दल एसडीआरएफ की टीम को पहली बार नियुक्त किया गया, क्योंकि सक्रिय व खतरनाक रास्तों की वजह से इस यात्रा के दौरान कई बार अनचाहे हादसा होने का डर बना रहता हैं। पार्वती बाग से आगे खुद कुछ क्षेत्रों में सीधी खड़ी चढ़ाई वह ग्लेशियर के कारण ऑक्सीजन की कमी से दिक्कतें आती है, ऐसे में कई श्रद्धालु बिना दर्शन किए भी लौट आते हैं। श्रीखंड यात्रा में देश ही नहीं विदेशों से भी लोग आते है। वे बताती है कि शुरू से ही साहसिक गतिविधियों पसंद है। पहाड़हमे जीवन में उपर चढ़ना सिखाते है। आत्म विश्वास भी बढ़ता है। इसी मकसद से समय-समय पर यात्रा करती हूं।