भीलवाड़ा। जन्म के कुछ ही घंटों बाद शुक्रवार तड़के दौलतपुरा गांव के पास झाड़ियों में फेंका गया नवजात महात्मा गांधी चिकित्सालय की मातृ एवं शिशु इकाई के एनआइसीयू वार्ड में जिंदगी के लिए जंग लड़ रहा है। बालक को बाल कल्याण समिति ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर मिलने के चलते ‘वल्लभ’ नाम दिया गया।
शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. इंदिरा सिंह चौहान ने बताया कि अमानवीयता के शिकार इस नवजात की स्थिति बेहद चिंताजनक है। कांटों भरी झाड़ियों में फेंकने के कारण मासूम के पूरे शरीर पर जगह-जगह गहरे घाव और खरोंच हैं। बच्चे को गंभीर आघात लगा है और उसकी हालत को देखते हुए उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। शिशु विशेषज्ञ व सर्जन गहन निगरानी में उसका इलाज कर रहे हैं। नवजात का वजन 2 किलो से ऊपर है और आशंका है कि घर पर प्रसव होते ही, कुछ घंटों के भीतर ही इस मासूम को झाड़ियों में फेंक दिया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे स्थानीय लोगों से पूछताछ के आधार पर आरोपी मां की शिनाख्त कर रहे हैं। इस अपराध को अंजाम देने वाले के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मासूम वल्लभ के जीवन के लिए अस्पताल में दुआओं का दौर जारी है।