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हिण्डौनसिटी. राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से रविवार को शहर में कड़ी चाकचौबंदी और निगरानी के बीच 22 केन्द्रों पर सम्पन्न हुई। परीक्षा केन्द्रों में मुख्य द्वार पर मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया। वहीं परीक्षा केन्द्र परिसर सहित आस-पास के क्षेत्र में पुलिसकर्मी तैनात रहे। वहीं पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों की अलग-अलग मोबाइल दल ने केन्द्रों का निरीक्षण कर व्यवस्था पर निगाह रखी।
आरसीएससी की ओर से परीक्षा से एक घंटे पहले तक प्रवेश मिलने की सख्ती के चलते सुबह ही परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षार्थियों का पहुंचना शुरू हो गया। सुबह 9 बजे 11 बजे तक परीक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए बाहर कतार लग गई। पुलिस ने हैण्ड हेल्ड मेटल डिटेक्टर (एचएचएमडी) से कपड़ों की जांच की। बाद में परीक्षा केन्द्र के अधिकारियों ने वांछित दस्तावेजों की जांच के बाद अंदर प्रवेश दिया। महिला परीक्षार्थियों को नियमानुसार चूड़ी, दुपट्टा, जैकेट, बाली व कुण्डल हटवा कर परीक्षा केन्द्र में प्रवेश दिया। एसडीएम हेमराज गुर्जर ने बताया कि परीक्षा को लेकर 22 परीक्षा केन्द्र क्षेत्रों को जोन में विभक्त कर चार मजिस्ट्रेट तहसीलदार रेणु चौधरी, सपोटरा एसडीएम बाबूलाल, मंडरायल एसडीएम धर्मेन्द्र कुमार नियुक्त रहे। दोपहर 12 बजे से 3 तक परीक्षा अवधि में एक से दूसरे परीक्षा केंद्रों क्रॉस निरीक्षण के लिए अधिकारियों के वाहन दौड़ते रहे। जिले में मुख्य मंत्री का दौरा होने की वजह से परीक्षा के शांति पूर्ण समापन के बाद अधिकारियों ने राहत ली।
दौड़ते पहुंचा तो कोई गेट बंंद होने से वंचित
जिले के सर्वाधिक 22 केन्द्र हिण्डौन में 11 बजे तक की प्रवेश सीमा होने से एक मिनट पहले तक परीक्षार्थी भागते दौड़ते पहुंचे। अग्रसेन बालिका स्कूल पर देरी से पहुंचे दो परीक्षार्थी गेट बंद होने से प्रवेश नहीं पा सके।
150 पुलिसकर्मी रहे तैनात
डीएसपी गिरधर सिंह ने बताया कि आरएएस परीक्षा के लेकर 150 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी तैनात रहे। व्यवस्था के लिए बयाना, डीग और धौलपुर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी व पुलिस जाप्ता शहर में लगाया गया।