भीलवाड़ा। पेरिस ओलंपिक में भारत का पदक खाता रविवार को शूटिंग से खुला। दो पदक मिलने से स्थानीय निशानेबाज भी खुश हैं। हालांकि उनकी सुविधा के लिए भीलवाड़ा में शूटिंग रेंज का काम छह साल बाद भी पूरा नहीं हो सका। रेंज निर्माण पर ढाई करोड़ खर्च हो चुके हैं। इसके बावजूद रेंज अधूरी है।
चित्तौड़ रोड स्थित सुखाडि़या स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में रेंज की हालत यह है कि शेष कार्य के लिए एक करोड़ रुपए की दरकार है। रेंज नहीं होने से जिले के शूटर प्रशिक्षण के लिए जयपुर, गुरुग्राम व दिल्ली जाते हैं। शिवांगी कानावत, सुदर्शना राठौड़ , रागिनी सेन, अंजलि गुजर ,सूर्यप्रतापसिंह राजावत, खनक व्यास, हर्षिता भार्गव ने स्थानीय स्तर पर सुविधाओं के अभाव के बीच नेशनल स्तर पर पहचान बनाई है।
पूर्व राज्यपाल व मंत्री कर चुके मदद
जिला राइफल संघ ने भीलवाड़ा में शूटिंग रेंज निर्माण का बीड़ा वर्ष 2016 में उठाया था। पंजाब के तत्कालीन राज्यपाल वीपी सिंह ने राज्यसभा सदस्य रहते 50 लाख रुपए सांसद कोष से देकर पहल की। तत्कालीन केंद्रीय खेल मंत्री एवं अंतरराष्ट्रीय शूटर राज्यवर्धनसिंहराठौड़ ने खेल मंत्रालय से एक करोड़ रुपए की मदद दिलाई।
यूआईटी खर्च कर चुका एक करोड़
नगर विकास न्यास ने रेंज भवन के निर्माण का जिम्मा संभाला। एक करोड़ रुपए दिए। स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में जून 2018 में रेंज भवन का निर्माण शुरू हुआ। न्यास ने समूचे भवन निर्माण, रेंज उपकरण, फर्नीचर, एसी आदि समेत विभिन्न खर्चों पर कुल ढाई करोड़ रुपए का बजट प्रस्तावित था। ढाई करोड़ रुपए सिर्फ भवन निर्माण में ही खर्च हो गए। अभी भी एक करोड़ रुपए और चाहिए। निर्माण कार्य में गड़बड़ी को लेकर संबंधित अभियंताओं को छह साल में कई नोटिस मिल चुके है।
नहीं हो सकी राष्ट्रीय प्रतियोगिता
दस हजार वर्ग फीट में शूटिंग रेंज भवन निर्माण की नोडल एजेंसी यूआईटी है। शेष निर्माण एवं उपकरण लगाने के लिए न्यास को लिख चुके हैं। यहां 40 टारगेट, एसी, फर्नीचर अन्य उपकरण की जरूरत है। रेंज के अभाव में जिले में राष्ट्रीय प्रतियोगिता नहीं हो सकी।
–भगवतसिंह कानावत, सचिव, जिला राइफल संघ भीलवाड़ा
सिविल कार्य पूरा
शूटिंग रेंज का सिविल कार्य पूर्ण हो चुका है। जिला कलक्टर रेंज का जायजा ले चुके। एक्सपर्ट की राय ले चुके हैं। न्यास की ट्रस्ट बैठक में प्रस्ताव रख निर्णय लिया जाएगा।
–योगेश माथुर, अधीक्षण अभियंता, नगर विकास न्यास, भीलवाड़ा