सोजत (पाली)। सोजत शहर में इन दिनों फागोत्सव की धूम है। फाग माह के शुरू होते ही शहर के विभिन्न मंदिरों में फाग महोत्सव की शुरूआत हो जाती है। चारभुजा फागोत्सव समिति की ओर से प्रतिदिन एक मंदिर में जाकर फागोत्सव का आयोजन किया जाता है। क्षेत्र के लोगों द्वारा समिति सदस्यों का धूमधाम से स्वागत भी किया जाता है। समिति की ओर से प्रस्तुत किए गए फाग गीतों से क्षेत्र का महौल धर्ममयी बन जाता है। मालियों का बड़ा वास स्थित ठाकुरजी मंदिर पर रात्रि में आयोजित फागोत्सव में भजन गायकों ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। विभिन्न फाल्गुनी भक्तिमयी गीतों पर पुरुष, महिला श्रद्धालु झूम उठे। मंदिर पर आकर्षक श्रंगार के साथ फूलों से सजावट की गई। भगवान को फूलों से होली खेलाकर रिझाया गया। भजन गायकों ने कई सुमधुर भजन पेशकर उपस्थितजनों को भावविभोर कर दिया। भजन मंडलियों ने आज बृज में होली रे रसिया…, फागण की हैं रात…, राधिका गौरी से…, होलिका में उड़े रे गुलाल.., बांके बिहारी लाल तू इतना ना करियो सिंगार… समेत कई भजनों की प्रस्तुतियों पर श्रद्धालुओं ने जमकर झूमने का आनंद लिया। उत्सव में भजन गायक श्यामसुंदर शर्मा, हरिनारायण पाराशर, नत्थमल सोलंकी, बहादुरसिंह खीची, चौधरी मुन्नालाल तंवर, लुम्बाराम सांखला, भेराराम पालरिया, ताराचंद सैनी, भगवानराम तंवर, नेमीचंद गहलोत, गौतम तंवर, महेंद्र पालरिया, तेजाराम, लक्ष्मणराम, पारस, श्रवण, विकास परिहार, गोरधन, कालुराम सोलंकी, गिरधारी गहलोत, सोहनलाल सांखला, मांगीलाल पालरिया, पन्नालाल पंवार, किशनलाल कच्छवाह, भंवरलाल पालरिया, शंकर परिहार, गणपत पालरिया, प्रेमचंद चौहान, गौरीलाल सांखला, मंगलाराम, नत्थुलाल, राजेंद्र कुमार, हितेश गहलोत सहित कई श्रद्धालुओं ने भाग लिया।