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Panna tiger reserve के तीन बाघों ने एक महिला पर मारा झपट्टा, सिर और हाथ खा गए

हिनौता गेट के पास की घटना, पांच महिलाओं को गाइडों ने जिप्सी में बैठाकर गेट तक छोड़ा पन्ना. पन्ना टाइगर रिजर्व में सोमवार सुबह दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया। हिनौता गेट के पास घटेहा हार के जंगल में घास काट रही आधा दर्जन महिलाओं पर तीन बाघों ने हमला बोल दिया। पांच महिलाओं […]

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हिनौता गेट के पास की घटना, पांच महिलाओं को गाइडों ने जिप्सी में बैठाकर गेट तक छोड़ा

पन्ना. पन्ना टाइगर रिजर्व में सोमवार सुबह दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया। हिनौता गेट के पास घटेहा हार के जंगल में घास काट रही आधा दर्जन महिलाओं पर तीन बाघों ने हमला बोल दिया। पांच महिलाओं को गाइडों ने जिप्सी में बैठाकर गेट तक छोड़ा। एक महिला को बाघ घसीटकर जंगल की ओर ले गए। बाघों ने महिला का सिर और दोनों हाथ खा लिया। सूचना पर रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची, हाथियों की मदद से बाघों को हटाने का प्रयास किया गया, लेकिन बाघ महिला को नहीं छोड़ रहे थे। घंटों मशक्कत के बाद क्षत-विक्षत हालत में महिला का शव मिला।

सुबह 10 बजे की घटना

पन्ना टाइगर रिजर्व के हिनौता गेट से आधा किमी. अंदर घटेहा हार के जंगल में सोमवार की सुबह 10 बजे आधा दर्जन महिलाएं घास काट रही थीं। इसी बीच बाघिन पी-652 के तीन शावकों ने महिलाओं पर हमला बोल दिया। एक महिला फुलिया बाई साहू 58 निवासी हिनौता को तीनों बाघों ने दबोच लिया। बाघ महिला को घसीटकर जंगल की ओर ले गए। पांच महिलाओं को वहां मौजूद जिप्सी वाहनों के गाइडों ने सुर​क्षित गेट तक छोड़ा। गाइड और पर्यटकों ने पीटीआर प्रबंधन को मामले की जानकारी दी। सूचना मिलते ही पीटीआर में हड़कंप मच गया।

क्षत-बिछत हालत में मिला शव

पीटीआर और पुलिस की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। हा​थियों की मदद से बाघों को जंगल की ओर खदेड़ा गया। तब मुश्किल से महिला का शव बरामद हो पाया। घंटों मशक्त के बाद क्षत-विक्षत हालत में महिला का शव मिला। बाघ महिला के सिर और दोनों हाथों को खा गए थे। पंचनामा बनाकर शव को पोस्ट मार्टम के लिए भिजवाया गया।

महिलाएं बोलीं-गर्दन पर किया हमला

कोर एरिया में फुलिया के साथ घांस काट रही महिलाओं ने बताया, हम 15-20 दिन से रोजाना घटेहा हार के जंगल में घांस काटने जाते थे। हम सभी घांस काट रहे थे, फुलिया भी घांस काट रही थी तभी बाघ ने हमला बोल दिया। फुलिया की गर्दन को दांतों से दबाकर जंगल की ओर घसीटते ले गए। हम दहशत में भाग रहे थे। तभी गाइड ने हमें अपने वाहन में बैठाकर गेट तक छोड़ा।

हादसे के बाद गांव में दहशत

महिला की मौत के बाद हिनौता गांव में दहशत का माहौल है। हिनौता के सरपंच गणेश यादव ने कहा, बाघ पहले मवेशियों को निशाना बनाते थे, हमने शिकायत की किया था। लेकिन अब इंसानों पर भी हमला करने लगे हैं। ग्रामीणों को खतरा बढ़ गया है, गांव में लोग डरे हुए हैं। पन्ना टाइगर प्रबंधन को ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाना होगा।

बड़ा सवाल- कोर एरिया तक कैसे पहुंच गईं महिलाएं

हिनौता गेट से आधा किमी. की दूरी पर घटेहा हार के जंगल में यह हादसा हुआ। यह स्थान कोर एरिया में आता है। सख्त सुरक्षा प्रबंध के बाद भी महिलाएं कैसे कोर एरिया में आ गई। पन्ना टाइगर रिजर्व का अमला क्या कर रहा था। इससे टाइगर रिजर्व की सुरक्षा सवालों में है। बताया गया, पन्ना टाइगर रिजर्व के इतिहास में यह पहली घटना है जब बाघ ने किसी मानव पर इस तरह से हमला किया है। वन अधिकारियों ने ग्रामीणों को सतर्क रहने तथा जंगल में नहीं जाने की सलाह दी है।

पर्यटकों की आवाजाही पर रोक

पन्ना टाइगर रिजर्व फील्ड डायरेक्टर अंजना शुचिता तिर्की ने बताया, जिस स्थान पर हादसा हुआ है उस ओर फिलहाल पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है। साथ ही ग्रामीणों को जंगल में नहीं जाने की समझाइश दी गई है। जिससे फिर ऐसा हादसा न हो।

सीधी बात

अंजना शुचिता तिर्की, फील्ड डायरेक्टर, पन्ना टाईगर रिजर्व

पत्रिका- कोर एरिया तक महिलाएं कैसे पहुंच गई?

फील्ड डायरेक्टर-चोरी छिपे महिलाएं अंदर की ओर आ गईं।

पत्रिका-यह निगरानी में चूक-लापरवाही नहीं है?

फील्ड डायरेक्टर-हम मामले की जांच करा रहे हैं।

पत्रिका- निगरानी में लापरवाही पर कार्रवाई?

फील्ड डायरेक्टर-इस तरह का यह पहला मामला है। पीओआर दर्ज किया गया है।