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नैतिकता की बात करने वाले सिध्दु पद छोड़ें

बेलगावी सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या नैतिक जिम्मेदारी के तहत इस्तीफा देते हैं तो यह उनके व्यक्तित्व के लिए अच्छा होगा। अडियल हो तो क्या किया जा सकता है।

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पूर्व सीएम शेट्टर ने साधा निशाना

हुब्बल्ली. बेलगावी सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या नैतिक जिम्मेदारी के तहत इस्तीफा देते हैं तो यह उनके व्यक्तित्व के लिए अच्छा होगा। अडियल हो तो क्या किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री के दशहरा के उद्घाटन को लेकर पत्रकारों से बातचीत करते हुए शेट्टर ने कहा कि खुद को समाजवादी पृष्ठभूमि से आने और नैतिकता की बात करने वाले सिद्धरामय्या को अब तो समझना चाहिए।

उन्होंने कहा कि येडियूरप्पा के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर उन्होंने क्या बात की थी। जब मामले की जांच चल रही हो तो उनके नीचे के सभी अधिकारी ईमानदारी से जांच कैसे कर सकते हैं। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए कहने वाले सिद्धरामय्या ने अब इस्तीफा क्यों नहीं दे रहे हैं? उन्हें अपने पिछले बयान पर ध्यान देना चाहिए। अगर उन्होंने यात्रा की तो कोई कीमत नहीं होगी।

केंद्रीय मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी पर एडीजीपी चंद्रशेखर के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि अधिकारियों को राजनेताओं की तरह काम नहीं करना चाहिए। कुमारस्वामी केंद्रीय मंत्री हैं और वे प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट में अहम पद पर हैं। वे किसी पुराने मामले की एफआईआर को सामने रखकर खेल खेल रहे हैं। वे नफरत की राजनीति कर रहे हैं, सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर परेशान करना शुरू हो गया है। इसके जरिए वे मुडा घोटाले में लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।

शेट्टर ने कहा कि अगर किसी केंद्रीय मंत्री के खिलाफ एफआईआर है तो उसकी ईमानदारी से जांच होनी चाहिए। अधिकारी अपनी सीमा लांघकर केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ गलत बोल रहे हैं। ये सब कांग्रेस पार्टी के मार्गदर्शन में चल रहा है। यह सही कदम नहीं है। कुमारस्वामी ने इसकी शिकायत केंद्र से की है। तब पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई करना जरूरी हो जाता है। जब लोकायुक्त ने कुमारस्वामी और येडियूरप्पा को बुलाया तो वे सुनवाई में उपस्थित हुए थे। यह छोडक़र वे कांग्रेस सरकार का समर्थन कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जज के निर्देश पर केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उस पर मैं कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा परन्तु पुलिस ने तथ्यों की जांच किए बिना ही एफआईआर दर्ज की है। केंद्रीय मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करनी है तो क्या अभियोजन जरूरी नहीं है? चुनावी बांड का पैसा देने वालों ने शिकायत नहीं की है। क्या उन्होंने कभी केंद्र सरकार से अन्याय की शिकायत की है? इससे यह साफ हो गया है कि सिद्धरामय्या निशाना साध रहे हैं। कांग्रेस सरकार ने कहा है कहकर नफरत की राजनीति करना ठीक नहीं है। इससे क्या निर्मला सीतारमण को फायदा हुआ है? चुनावी बांड के जरिए कांग्रेस और अन्य पार्टियों को भी पैसा गया है।

ईडी का इस्तेमाल कर ब्लैकमेल कर पैसे लेने के आरोप पर शेट्टर ने कहा कि जिस व्यक्ति पर ईडी ने छापा मारा है उसे इस बारे में बोलना चाहिए। यह सब राहुल गांधी के निर्देश के बिना नहीं हो सकता।

यत्नाल का निजी बयान

उन्होंने कहा कि सीएम बनने के लिए महान नेता ने एक हजार करोड़ रुपए रखा है कहना यह विधायक बसनगौड़ा पाटिल यत्नाल का निजी बयान है, इस बारे में तथा उपकी अलग बैठक आयोजित करने को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा। पार्टी इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करेगी। उनका बयान उन्हीं तक सीमित है।

बेलगावी जिले के विभाजन के मुद्दे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शेट्टर ने कहा कि बेलगावी जिले को विभाजित करना अच्छा है परन्तु इसका विभाजन वैज्ञानिक तरीके से करना चाहिए। उचित प्रशासन के लिए जिले और तालुक छोटे होने चाहिए। बेलगावी जिले को अलग-अलग जिलों में विभाजित करना चाहिए। हमें इस पर कोई आपत्ति नहीं है।