पारसोला. राज्य सरकार ने विद्यालयों को क्रमोन्नत कर दिए है। लेकिन कई जगह सुविधाएं मुहैया नहीं हो पाई है। ऐसे में विद्यालयों में बच्चों को शिक्षण के दौरान काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। कहीं शिक्षकों की कमी है तो कहीं भवन में कमरों का अभाव है। चरपोटिया के गांव घनेरा में दिसंबर 2021 में माध्यमिक विद्यालय को उच्च माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत किया गया था। इसी शैक्षणिक वर्ष में कक्षा 11 में कला वर्ग में बच्चों का नामांकन किया। लेकिन उच्च माध्यमिक विद्यालय के लिए विभाग ने ना तो नए पद स्वीकृत किए और ना हीं मूलभूत सुविधाओं को बढ़ाया। विद्यालय में कुल 260 छात्र-छात्राओं का नामांकन हैं। माध्यमिक विद्यालय के 16 पद स्वीकृत हैं। जिसमें से 11 पद रिक्त पड़े हैं। विद्यालय का भवन भी छोटा है, सिर्फ पांच कमरे होने से बच्चों को खुले बरामदे में बैठाकर पढ़ाया जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय क्रमोन्नत के बाद बच्चों के 11वीं में प्रवेश किया गया। लेकिन पाठ्य पुस्तकें भी नहीं मिली। सवा सौ विद्यार्थी और तीन कमरे
पारसोला. चरपोटिया स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। प्राथमिक विद्यालय को वर्ष 2019 में उच्च प्राथमिक में क्रमोन्नत किया। अभी 125 विद्यार्थियों का नामांकन हैं। कुल आठ स्वीकृत पदों में से चार पद रिक्त पड़े हैं। विद्यालय में सिर्फ तीन कमरे हैं। जिससे छोटी कक्षा के बच्चों को बाहर बरामदे में बैठाकर पढ़ाया जाता है। हालांकि मूलभूत सुविधाएं नहीं होने के बाद भी बच्चों का शैक्षणिक स्तर बहुत अच्छा है। बच्चों को पोषाहार के लिए कतार में बैठाकर भोजन मंत्र के बाद खाना खिलाया जाता है। कार्यवाहक प्रधानाध्यापक कमलेश सुथार ने बताया कि मूलभूत सुविधा, स्टॉफ की कमी है। कमरों के लिए पंचायत को कहा गया है।