पत्रिका न्यूज नेटवर्क
रायबरेली. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब गंगा संस्कृति को एक नई पहल से जोड़ने और आगे बढ़ाने की कोशिश करने जा रहे है।उन्होंने कहा कि नदियों की अविरलता और निर्मलता के लिए हमें अंतिम संस्कार के जल प्रवाह से दूरी बनानी होगी। इसमें बहुत हद तक सफलता भी मिली है। इसके लिए लोगों को जागरूक भी करना होगा कि वह मरे हुए जानवरों को भी नदियों व तालाबों में न फेंकें।मुख्यमंत्री ने कहा है कि गंगा और अन्य नदियों को अविरल और निर्मल रखने के लिए अंतिम संस्कार के लिए जल प्रवाह से दूरी बनानी होगी।उन्होंने कहा कि अगर देश में नदियां बचेगी तभी संस्कृति भी बचेगी। विश्व रक्षा का हमारा सपना तभी पूरा होगा और गंगा के प्रति छोटे-छोटे किये गये प्रयास से हमको सनातन आस्था के साथ पीढ़ियों के भविष्य को भी सुरक्षित रखने की बात समझ में आयेगी। उन्होंने गंगा नदी के लिए जन आंदोलन चलाने का भी आह्वान किया है।इस मामले पर आम जनता ने अलग-अलग अपने बयान भी दिए हैं।