पत्रिका न्यूज नेटवर्क
रायबरेली. जिले में एक अप्रैल से शुरू हुई गेहूं खरीद की स्थिति यह है कि तमाम क्रय केंद्रों में बोहनी तक नहीं हो पा रही है। क्रय केंद्र के लोग इंतजार करते नजर आ रहे हैं,जबकि क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। कुछ क्रय केंद्रों पर किसान कुछ कुंटल गेहूं लेकर बेचने पहुंचते हैं, लेकिन और क्रय केंद्र वाले किसानों का गेहूं बेचने के लिए इंतजार करते नजर आ रहे हैं। क्योंकि किसान अपना गेहूं क्रय केंद्रों पर नहीं ले जा रहे हैं, इसकी वजह गेहूं की वर्तमान जो दरें हैं वह प्रदेश सरकार ने गेहूं की एमएसपी जहां 2015 रुपए तय किया गया है। वहीं खुले बाजार में गेहूं का दाम 1900 रुपये से 2000 रुपये तक कुंतल चल रहा है। इसके कारण किसान क्रय केंद्रों के पास अपना गेहूं ना बेच कर सीधे अपना गेहूं व्यापारियों को बेचते नजर आ रहे हैं। इस मामले पर क्रय केंद्रों के अधिकारियों से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी किसान अभी गेंहू की कटाई कर रहा है जब पूरी कटाई हो जायेगी। इसके बाद किसान गेहूं बेचने क्रय केंद्रों पर पहुंचेगा।