रायगढ़. आनलाइन ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने झारखंड के देवघर से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से ८ मोबाइल भी जब्त की गई है। आरोपियों के द्वारा कोतरा रोड थाना क्षेत्र के एक सहायक अध्यापक को ठगी का शिकार बनाया गया था।
पुलिस कंट्रोल रूम में मामले का खुलासा होते हुए विभागीय अधिकारियों ने बताया कि कोतरारोड़ क्षेत्र अंतर्गत कृष्णा विहार कालोनी में रहने वाले सहायक अध्यापक कुबेर नाथ मिश्रा (35 साल) के साथ ऑनलाइन ठगी की घटना घटित हुई थी। कुबेरनाथ मिश्रा द्वारा 26 जून को थाना कोतरारोड़ में अज्ञात आरोपी द्वारा इनके नाम से 98,130 का एनडीएफसी लोन ऐप के जरिए लेकर दूसरे खाते में रकम ट्रांसफर कर हड़प लेने की रिपोर्ट दर्ज काए थे। कोतरारोड़ पुलिस मामले में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया।
साइबर सेल को जांच में आरोपियों द्वारा प्रयोग किए गए सिम नंबरों के कई आईएमईआई सेट में उपयोग करने व 22 राज्यों में इन सिम नंबर से फ्राड करने की जानकारी मिली। कोतरारोड़ थाने में दर्ज प्रकरण के अलावा आरोपियों पर दर्ज 7-8 प्रकरण चिन्हांकित कर लिए गए हैं। इनके द्वारा फ्राड के कुल 965 अटेम्प्ट किए गए हैं। साइबर सेल रायगढ़ की टीम सभी फ्राड पीडि़तों से संपर्क कर जानकारी जुटाया जा रहा है कि इनके द्वारा और कितनी ठगी की गई है। आरोपियों पर अन्य जिला में दर्ज मामलों में 8-10 लाख रुपए की ठगी करने की जानकारी मिली है।
इस मामले में प्रशिक्षु डीएसपी अमन लखीसरानी एवं थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक प्रशांत राव आहेर के नेतृत्व में साइबर सेल, थाना कोतरारोड एवं थाना चक्रधरनगर की संयुक्त टीम बनाकर साइबर क्राइम से जुड़े मामलों के आरोपियों की गिरफ्तारी, पतासाजी के लिए झारखंड रवाना किया गया था। टीम ने देवघर जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मोरने में दबिश देकर ठगी का सिंडिकेट चला रहे 4 युवकों को को हिरासत में लेकर रायगढ़ लाया गया है।
यह आरोपी गिरफ्तार
इसमें अब्दुल वाहिद अंसारी पिता अब्दुल रऊफ अंसारी उम्र 28 साल, मजहर अंसारी पिता गुफरान अंसारी उम्र 23 साल, सफऱउद्दीन अंसारी पिता गुफरान अंसारी उम्र 18 साल, महफूज अंसारी पिता जमशेद अंसारी उम्र 22 साल सभी निवासी मोरने थाना मोहनपुर जिला देवघर शामिल है। आरोपियों से 8 मोबाइल जब्त किया गया है।
इस तरह घटना को देते थे अंजाम
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वे नेट पर कस्टमर केयर के फेक नंबर अपलोड कर रखे हैं और अनेक बैंकिंग ऐप के मॉडिफाई ऐप के जरिए ठगी करते थे। वे अन्य व्यक्तियों के नाम पर मोबाइल खरीद कर उनमें फर्जी सिम का प्रयोग कर रहे थे। साथ ही नाम बदल बदल कर लोगों को क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लाइन बढाने, ऑनलाइन बैंक लोन निकलवाने के नाम पर कॉल करते हैं या नेट पर इनके द्वारा अपलोड किए गए फेक कस्टमर नंबर के जरिए कस्टमर इनके संपर्क में आता था। वे कस्टमर को एप्लीकेशन लिंक शेयर कर कॉल कर उनसे संपर्क करते और फिसिंग लिंक में लॉग इन कराकर उनके खातों की रकम की ठगी करते थे। इन्होंने बताया कि वे मोबाइल धारकों के ठगी रकम से ऑनलाइन शापिंग कर महंगे सामान खरीदते और उन्हें बेचकर रकम बांट लेते थे। रायगढ़ के कुबेर मिश्रा से मजहर अंसारी ने फर्जी सिम कार्ड के प्रयोग से उनके पीएनबी और इंडियन बैंक के खाते से 98,130 दूसरे खाते में रकम ट्रांसफर किए और चारों रुपयों को आपस में बांट कर खर्च कर देना बताया। कोतरारोड़ पुलिस द्वारा आरोपियों के वर्तमान अकाउंट डिटेल निकलवा कर उन्हें होल्ड कराने की कार्रवाई की जा रही है।