रायगढ़. नगर निगम में मंगलवार को बजट को लेकर विशेष सम्मलेन आयोजित की गई थी। भाजपा पार्षदों ने बजट में कॉपी पेस्ट किए जाने का आरोप लगाया। वहीं पिछले वर्षों में किए गए बजट प्रावधान में एक भी स्वीकृत नहीं होने पर स्वीकृति के लिए अपनी सहमति नहीं दी। ऐसे में कांग्रेस ने बहुमत के आधार पर ८३८.१० लाख के लाभ के बजट प्रस्ताव को स्वीकृत कराया।
बजट सम्मेलन महापौर जानकी काटजू के अभिभाषण से शुरू हुआ। महापौर का अभिभाषण समाप्त होने के बाद एमआईसी के वित्त प्रभारी रमेश भगत ने बजट को सदन के समक्ष रखा। सदन में बजट रखे जाने के बाद सबसे पहले भाजपा पार्षद नारायण पटेल ने इसमें आपत्ति की। उनका कहना था कि इस वर्ष शहर सरकार ने ८३८.१० लाख बचत का बजट रखा है। इसके बाद भी शहरी क्षेत्र में शामिल होने वाले १२ गांव के आठ वार्डांे के लिए कोई भी प्रावधान नहीं किया गया। पिछले १३ वर्षों से यह नए वार्ड विकास की दृष्टि से उपेक्षित हैं और इस बार भी शहर सरकार ने ग्रामीण वार्डों में विकास के लिए कोई प्रावधान नहीं रखा। उनका कहना था कि शहर के विभिन्न वार्डों से आने वाले राजस्व का आधे से ज्यादा हिस्सा ग्रामीण वार्ड से आ रहा है। इसके बाद भी वहां विकास के लिए कुछ नहीं है। पार्षद नारायण पटेल की नाराजगी के बाद महापौर ने विकास के लिए विशेष प्रावधान किए जाने का आश्वासन दिया। इसी तरह नेता प्रतिपक्ष पुनम सोलंकी ने कहा कि शहर सरकार बजट में आए गए पुराने प्रावधानों को ही पूरा नहीं कर सकी है। इस बार फिर पुराने प्रस्तावों को लगाया गया है। वहीं उनका कहना था कि शहर सरकार ने टैक्स आधा करने की घोषणा की थी। यह नहीं हो पाया। बजट पूरी तरह से निराशा जनक है। ऐसे में इसका समर्थन वे नहीं कर रहीं हैं।
शहर सरकार के इच्छा शक्ति की कमी
भाजपा के पार्षद सुभाष पाडेंय ने कहा कि शहर सरकार में इच्छा शक्ति की कमी है। यहीं कारण है कि विकास के लिए बजट में प्रावधान तो किए जाते हैं, लेकिन यह मूर्तरूप नहीं ले पा रहा। उन्होंने इसका उदाहरण देते हुए बताया कि संजय मार्केट को व्यवस्थित करने के लिए राशि स्वीकृत हो चुकी है, लेकिन यह धरातल पर नहीं आ सका। इसकी तरह ट्रांसपोर्ट नगर को व्यस्थित करने के लिए हर साल बजट में लाखों रुपए प्रावधान किए जा रहे हैं, लेकिन ट्रांसपोर्ट नगर की हालत जस की तस है। शहर सरकार इन अव्यवस्थाओं को दूर करना ही नहीं चाहती।
भाजपा पार्षद ने घेरा
भाजपा पार्षद सीनू राव का कहना था कि जिस कार्य को कर नहीं सकते उसे बजट प्रावधान में लाया जाता है। यह पिछले कई वर्षों से चल रहा है। वहीं उनक कहना था कि कई वर्षों से ईशानगर में श्मशान घाट के लिए एक करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। उक्त वार्ड के अलावा दूसरे वार्ड में भी श्मशान घाट की आवश्यकता है। वहीं पूर्व नेता प्रतिपक्ष व भाजपा पार्षद पंकज कंकरवाल का कहना था कि पिछले चार वर्षों के कार्यकाल में एक भी उपलब्धी वाला कार्य शहर सरकार ने नहीं किया।
बजट में भी पार्षदों की सीट रही खाली
नगर निगम के बजट में साल भर के आय व्यय को लेकर चर्चा किया जाना होता है। इसके बाद भी कई ऐसे पार्षद रहे जो इस बैठक में शामिल नहीं हुए थे। बजट सत्र के लिए सुबह ११ बजे का समय निर्धारित था। बजट सत्र शुरू होने के साथ महापौर के अभिभाषण तक कई एमआईसी सदस्य नहीं पहुंचे थे। इसके अलावा कुछ पार्षद बजट सदन में रखने के बाद पहुंचे तो कई पार्षद उपस्थित हीं नहीं हुए थे। दोपहर तीन बजे तक कुल ३९ पार्षदों की रही उपस्थिति रही। इसमें एल्डर मैन भी शामिल थे।