रायगढ़. जिला कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर बुधवार को सैकड़ो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दोपहर में रेलवे स्टेशन पहुंच कर रेल पटरी पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान स्टेशन में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी, हालांकि कुछ देर विरोध-प्रदर्शन करने के बाद वापस लौट गए, जिससे किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
उल्लेखनीय है कि विगत लंबे समय से यात्री ट्रेनों की लेट-लतीफी तथा लगातार ट्रेनों के रद्द होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा रेलवे को निजीकरण करने में तुली हुई है। जिससे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार जिला कांग्र्रेस कमेटी रायगढ़ द्वारा बुधवार को दोपहर करीब एक बजे बड़ी संख्या में रेलवे स्टेशन पहुंच गए और गेट पर खड़े पुलिस कर्मियों के बीच से जाकर रेल पटरियों पर बैठकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल शुक्ला व विधायक प्रकाश नायक के नेतृत्व में रेल मंत्री को पत्र भी प्रेषित किया गया जो स्टेशन मास्टर को दी गई। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बताया कि केंद्र सरकार रेल यातायात पर दोहरा बर्ताव कर रहा है। जो यात्री ट्रेनों को रद्द कर माल ढुलाई को ज्यादा प्राथमिकता दे रही है। जिससे आमजन परेशान हो रहे हैं। वहीं विधायक प्रकाश नायक ने कहा कि आम जनता के लिए ट्रेन एक सुविधाजनक यात्रा का माध्यम है, जो पिछले लंबे समय से रेल मंत्रालय द्वारा यात्रियों की उपेक्षा कर आय बढ़ाने व कुछ व्यवसायियों को लाभ पहुंचाने की नीयत से यात्री ट्रेनों को बंद कर माल ढुलाई करा रही है। जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही जो ट्रेने चल रही है, उसे एक ही स्थान पर घंटो खड़ा कर दिया जाता है, जिससे ट्रेने अपने निर्धारित समय से घंटों विलंब से पहुंचती है, जिससे सफर करने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिसको लेकर पूरे प्रदेश में यह आंदोलन किया गया है।
आधे घंटे में समाप्त हुआ आंदोलन
उल्लेखनीय है कि बुधवार को सुबह ११ बजे से आंदोलन होने वाला था, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता दोपहर करीब एक बजे स्टेशन पहुंचे, जिससे सुबह के समय जाने वाली सभी ट्रेने निकल गई थी, और स्टेशन पूरी तरह से खाली था। ऐसे में करीब आधा घंटा तक रेल पटरियों पर बैठकर इनके द्वारा प्रदर्शन किया गया, साथ ही मोदी सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली।
छावनी में तब्दील हुआ रेलवे स्टेशन
बुधवार को सुबह रेल रोको आंदोलन की जानकारी होने के बाद रायपुर-बिलासपुर से बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंची थी। इस दौरान आरपीएफ के नागपुर पोस्ट प्रभारी, से लेकर रायगढ़ तक के अधिकारी पहुंचे थे, साथ ही बड़ी संख्या में जवान भी मौजूद रहे, लेकिन लोगों की भीड़ को देखते हुए, धरमजयगढ़ एसडीओपी दीपक मिश्रा के नेतृत्व में कोतवाली टीआई, चक्रधरनगर टीआई सहित ५०-६० पुलिस जवान स्टेशन पहुंच गए, और थोड़ी ही देर प्रदर्शन करने के बाद आंदेालन को समाप्त कराया गया।
आधा घंटा देर से रवाना हुई साउथ बिहार
बुधवार को रायगढ़ में रेल रोको आंदोलन होने वाला था, इसके बाद दुर्ग से चलकर राजेंद्रनगर तक जाने वाली साउथ बिहार एक्सप्रेस १२.३० बजे जैसे ही स्टेशन पहुंची तो रेलवे द्वारा पहले से खड़ी एक मालगाड़ी को रवाना कर दिया और साउथ बिहार एक्सप्रेस को आधे घंटे तक प्लेटफार्म में खड़ी रही और करीब एक बजे यहां से रवाना हुई। ऐसे में सफर करने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही दोपहर बाद आने वाली यात्री ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों में ही खड़ा करा दिया गया था।
बगैर ट्रेन के ही हुआ रेल रोको आंदोलन
कांग्रेस कार्यकार्यकर्ताओं द्वारा रेल रोको आंदोलन किया गया, लेकिन इस दौरान स्टेशन में एक भी ट्रेन नहीं रही, जिससे बगैर रोके ही नारेबाजी करते हुए वापस चले गए। हालांकि इस विरोध प्रदर्शन से एक-दो ट्रेनों को लेट से रवाना किया गया, जिससे इस आंदोलन से किसी भी तरह से रेलवे को नुकसान नहीं हुआ है।