रायगढ़. शहर दैनिक सब्जी मंडी संजय कॉम्प्लेक्स का जीर्णोंद्धार शुरू नहीं हो पा रहा है। मंडी बोर्ड से यह स्वीकृति नहीं मिली है कि उक्त मंडी को बोर्ड की साप्ताहिक बाजार में शिफ्ट किया जाए। ऐसे में अब नगर निगम के जनप्रतिनिधि यह इसके जीर्णोंद्धार में सब्जी मंडी के व्यापारियों से ही चर्चा करेंगे ताकि अन्य किसी स्थान पर अस्थायी शिफ्ट करते हुए इसका जीर्णोंद्धार किया जा सके। हालांकि इस साल मंडी का जीर्णोंद्धार पूरा होगा ऐसी संभावनाएं नजर नहीं आ रही है।
शहर की सबसे बड़ी दैनिक सब्जी मंडी संजय कॉम्प्लेक्स की हालत लंबे अरसे से खराब है। नगर पालिका से नगर निगम बनने के बाद लगातार इस दिशा में प्रयास किया जा रहा है, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिल सकी है। हालांकि नगर निगम के मौजूदा कार्यकाल में इसकी स्वीकृति राज्य शासन की ओर से दी गई है। करीब १४ करोड़ रुपए के इस प्रस्ताव का टेंडर प्रक्रिया भी पूरा हो चुका है। निर्माण शुरू करने से पहले दैनिक मंडी को साप्ताहिक बाजार में शिफ्ट किए जाने की बात चल रही थी, लेकिन मंडी बोर्ड से इसकी स्वीकृति नहीं मिल सकी। ऐसे में अब नगर निगम के जनप्रतिनिधि इस मामले को लेकर मंडी के व्यापारियों से ही चर्चा करेंगे। इसमें यह कहा जा रहा है कि यदि वे सहमति दे तो अन्य किसी स्थान पर मंडी को अस्थायी शिफ्ट करते हुए मंडी का जीर्णोंद्धार किया जाएगा। हालांकि दूसरा पक्ष यह भी है कि १५ जून को मानसून की शुरुआत हो जाएगी। इस बीच निर्माण कार्यों पर ब्रेक भी लग जाएगा। इससे जीर्णोंद्धार संभव नजर नहीं आ रहा।
जीर्णोंद्धार में यह है प्रस्ताव
मंडी जीर्णोंद्धार के लिए करीब १४ करोड़ रुपए स्वीकृत है। उक्त राशि से फुटकर व्यापारियों के लिए पसरा और शेड बनाया जाएगा। इसके अलावा वहां व्यवस्थित नाली व सड़क का निर्माण भी होगा। ताकि बारिश का पानी आसानी से निकल जाए और लोगों को गंदगी नहीं झेलना पड़े। मौजूदा समय पर गौर करे तो हल्की बारिश होने पर मंडी अव्यवस्था से घिर जाती है। व्यापारियों के अलावा वहां खरीदी करने जाने वाले लोगों को भी हलाकान होना पड़ता है।
ेंलंबे समय से उपेक्षित है सब्जी मंडी
शहर के संजय कॉम्प्लेक्स की हालत अरसे से खराब है। नगर पालिका ने नगर निगम बनने के बाद मौजूदा समय में यह निगम के शहर सरकार का चौथा कार्यकाल है। इन चारों कार्यकाल में तीन प्र्रस्ताव तैयार किए गए, लेकिन यह प्रस्ताव मूर्तरूप नहीं ले सका। निर्दलीय मधुबाई के पूर्व जब निगम में भाजपा की सत्ता थी तब भी इसके लिए प्रस्ताव तैयार किए गए थे। वहीं निर्माण कार्य के लिए भूमिपूजन तक किया जा चुका था, लेकिन मामला ठंडे बस्ते में चला गया। वहीं इस बार जब कांग्रेस शहर की सत्ता में काबिज हुई तब फिर से इसके लिए प्रस्ताव बनाया गया।
वर्सन
मंडी बोर्ड से उनकी जमीन पर अस्थायी रूप से सब्जी मंडी को शिफ्ट किए जाने की अनुमति नहीं मिल सकी है। ऐसे में मंडी के व्यापारियों से ही चर्चा करते हुए नया रास्ता निकाला जाएगा, ताकि मंडी का जीर्णोंद्धार हो सके।
जानकी काटजू, महापौर