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रायगढ़

धीमा निर्माण : धरमजयगढ़ से पत्थलगांव पहुंच पाना नहीं आसान

२५ किलोमीटर में से १५ किमी हिस्से को खोद कर डाल दिया मिट्टी और बोल्डर, आवागमन से उड़ रही धूलशेष १० किमी की हालत अभी भी जस की तस

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रायगढ़. सड़क को लेकर जिले वासी लंबे समय से परेशान हैं। हालांकि कुछ सड़क का निर्माण पूरा हो चुका है। वहीं कुछ सड़कों का काम धीमी गति से चल रहा है तो कुछ सड़कों की हालत अभी भी जस की तस है। इसमें से एक धरमजयगढ़ से पत्थलगांव पहुंच मार्ग है। २५ किमी की इस सड़क में १५ किमी तक निर्माण के लिए खोद कर मिट्टी और बोल्डर और मिट्टी डाल दिया गया है। इसमें आवागमन करने से धूल से लोग परेशान हो रहे हैं। वहीं शेष १० किमी की सड़क की हालत अभी भी जस की तस है।
जिले में सड़कों की हालत को लेकर गौर करें तो पिछले कुछ साल से अधिकांश सड़कें खराब थी। यहीं वजह है कि भेंट मुलाकात के दौरान जब प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल यहां पहुंचे थे तो सबसे अधिक मांग सड़क को दुरुस्त करने की उठी थी। इसमें सबसे अधिक आवागमन वाली सड़क रायगढ़ से धरमजयगढ़ व पत्थलगांव के जशपुर जिला को जोडऩे वाली सड़क की हालत ज्यादा खराब थी। हालांकि इसके बाद से सड़का निर्माण शुरू हुआ। मौजूदा समय में इस सड़क पर गौर करें तो सड़क का निर्माण रायगढ़ से घरघोड़ा व घरघोड़ा से धरमजयगढ़ तक अधिकांश निर्माण कर लिया गया है। वहीं धरमजयगढ़ से पत्थलगांव पहुंचने वाली सड़क की हालत अभी भी खराब है। २५ किलोमीटर तक यह सड़क पर आवागमन करना अभी भी लोगों के टेड़ीखीर बना हुआ है। हालात यह है कि इसमें १५ किमी की सड़क को खोद कर बोल्डर व मिट्टी डाल दिया गया है। इससे वाहनों के आवागमन से धूल उड़ रहे हैं। ऐसे में चार पहिया में चलने वाले लोग भी परेशान हो रहे हैं, जबकि दो पहिया वाहन में चलने वाले लोग और ज्यादा परेशानी झेल रहे हैं।
हादसों का बन रहा कारण
खास बात यह है कि बोल्डर और मिट्टी बिछाए गए इस सड़क पर जब भारी वाहनों का आवागमन होता है तो आगे की सड़क नहीं नजर आती। ऐसे में दो पहिया व चार पहिया वाहनों में हादसा होने की आशंका बनी हुई है। वहीं मार्ग पर दो पहिया वाहन चालकों के छोटे छोटे कई हादसे हो चुके हैं। इससे दो पहिया सवार गिर कर चोटिल भी हो रहे हैं।
सफर में लग रहा समय
खास बात यह है कि रायगढ़ जिला से जशपुर जिला को जोडऩे वाली यह मुख्य सड़क है। इसमें प्रतिदिन एक सौ से अधिक बसों का आवागमन प्रतिदिन हो रहा है। सड़क कही हालत अच्छी होने पर इस २५ किमी की दूरी तक करने के लिए करीब आधा घंटा का समय लगता था, लेकिन अब कभी पौन घंटा तो कभी एक घंटा का समय लग रहा है।
बारिश में और बढ़ेगी परेशानी
मौजूदा समय में उक्त सड़क का निर्माण चल रहा है, लेकिन इसकी गति धीमी है। यहीं वजह है कि लोगों को इस बात की चिंता सता रही है कि यदि उक्त सड़क का काम बारिश शुरू होने के पहले नहीं किया गया तो वह सड़क पूरी तरह से कीचड़ में तब्दील हो जाएगा और वहां से आवागमन करना दूभर हो जाएगा। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि जिस रफ्तार से उक्त सड़क पर काम चल रहा है ऐसे में वह सड़क बारिश शुरू होने तक नहीं बन सकेगा।