बचाओ… बचाओ..। यह आवाज अल सुबह के सन्नाटे को चीरती हुई सुनाई दे रही थी। इलाका था संतोषी नगर कृष्णा नगर का। यहां ओला की बाइक में जबर्दस्त धमाका हुआ। वजह थी चार्जिंग के दौरान आग लगने की। देखते ही देखते बाजू में खड़ी अन्य गाडिय़ां भी धू धू कर जलने लगी। बच्चे की साइकिल तक नहीं बची। घर में आग का बवंडर। चीख-पुकार मची। मदद के लिए पड़ोसी दौड़ पड़े। भीतर थी सात जानें। दो बच्चे, उनके मां-बाप और दादा-दादी। बुआ भी। छत का रास्ते से सीढ़ी के जरिए सभी सुरक्षित बाहर निकल आए।