(रांची): अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास (Jharkhand CM) का घेराव करने जा रही आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ की महिलाओं पर मंगलवार को पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। पुरुष पुलिसकर्मियों द्धारा भांजी गई लाठियों से कई आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को गंभीर चोटें आई है।
राजधानी रांची में राजभवन के निकट करीब तीन घंटे तक पुलिस (Jharkhand Police) और महिलाओं के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा होता रहा। पुलिस बार-बार महिलाओं को समझा रही थी लेकिन महिलाएं मानने को तैयार नहीं थी। आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ की महिलाओं ने शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान भीड़ में मौजूद महिलाएं वंदे मातरम और भारत माता की जय का नारा भी लगा रही थी। इस दौरान जबरन घेरा तोड़ कर आगे बढ़ने की कोशिश कर रही कुछ महिला आंगनबाड़ी कर्मियों पर पुरूष जवानों ने लाठियां बरसाई। हालांकि थोड़ी देर में ही मामला शांत हो गया। वहीं मौके पर अन्य महिला पुलिसकर्मियों को भी बुलाया गया।
इधर, राजभवन के समक्ष धरना प्रदर्शन के 40वें दिन आंगनबाड़ी सेविकाओं का गुस्सा उनके भाषणों में दिखा। संघ के अध्यक्ष बालमुकुंद सिन्हा ने कहा कि सरकार ने आंगनबाड़ी सेविकाओं को हल्के में ले रखा है। जिस जनता की वजह से रघुवर दास सरकार में आए, उनमें से ही एक आंगनबाड़ी सेविकाओं की ओर उनका ध्यान नहीं जा रहा। पिछले वर्ष हुए लिखित समझौते को लागू कराने की मांग को लेकर आंगनबाड़ी सेविकाएं 12 दिनों से अनशन पर भी बैठी हैं। आज उसी लिखित समझौते को जलाकर सरकार तक अपनी भावनाएं पहुंचाने का आंगनबाड़ी संघ ने प्रयास किया। हजारों आंगनबाड़ी सेविकाओं को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष वीणा सिन्हा ने कहा कि सरकार अपने ही लिखित समझौते को लागू नहीं करना चाहती।
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