सहायक उपसंचालक रतलाम भिका वास्के ने बताया कि अक्टूबर में जिन किसानों ने गेहूं लगाए थे, उनकी फसल पर पर्याप्त मात्रा में सर्दी नहीं मिलने पर 5-10 प्रतिशत उत्पादन पर फर्क पड़ सकता है, जबकि नवंबर में जिन्होंने गेहूं लगाए उनकी फसल अच्छी रहेंगी, क्योंकि वर्तमान में जनवरी माह में अच्छी सर्दी का असर रहा इसलिए फसल का उत्पादन भी अच्छा रहेगा।
जिले में 2 लाख हेक्टेयर में गेहूं फसल
जिले में करीब 2 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बोवनी हुई है। करीब 25-30 प्रतिशत बोवनी अक्टूूबर माह में हो चुकी थी, शेष रहे किसानों ने नवंबर में बोवनी की, जिसमें अच्छा उत्पादन होने की उम्मीद है।
इसलिए उत्पादन पर पड़ेगा फर्क
विषय विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी के कारण फसल की अवधि कम होकर जल्दी पकने लगती है, अगर सर्दी पर्याप्त मात्रा में मिले तो उत्पादन भी अच्छा होता है, लेकिन इस साल पहले अक्टूबर माह में बोवनी करने वाले किसानों की गेहूं फसल पर करीब 5-10 प्रतिशत फर्क पडऩे का अनुमान है।
गेहूं का 6 फरवरी से पंजीयन
रतलाम। रवि विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर शासन की ओर से गेहूं उपार्जन के लिए किसान पंजीयन का कार्य 6 फरवरी से शुरू होकर 28 फरवरी तक चलेगा। जिला आपूर्ति अधिकारी एसएच चौधरी ने बताया कि किसान पंजीयन की व्यवस्था को सहज और सुगम बनाया गया है। किसान स्वयं के मोबाइल से घर बैठे पंजीयन कर सकेंगे। उनको लाइन लगाकर पंजीयन केंद्रों पर कार्य कराने की समस्या से मुक्ति मिलेगी। किसान पंजीयन के लिए भूमि संबंधी दस्तावेज एवं किसानों के आधार एवं अन्य फोटो पहचान पत्रों का समुचित परीक्षण कर उनका रिकॉर्ड अनिवार्य रूप से रखा जाएगा। जिले में 65 किसान पंजीयन केंद्र रहेंगे।