सागर. तौल कांटे के कर्मचारियों द्वारा दलित युवक को निर्वस्त्र करके बेरहमी से पीटने का मामला अब राजधानी तक पहुंच गया है। सोमवार को मप्र मानव अधिकार आयोग ने प्रकरण पर संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक से तीन सप्ताह में जवाब मांगा है। इधर पुलिस केस दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी में जुट गई है। वहीं सोमवार को पीडि़त को न्यायालय ले जाकर उसके बयान भी दर्ज कराए गए हैं।
दो दिन पहले जिले में दलित युवक से मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में कुछ लोग दलित युवक को निर्वस्त्र करके प्लास्टिक पाइप और लात-घूंसों से बेरहमी से पीटते नजर आ रहे थे। पुलिस ने बड़तूमा में रहने वाले पीडि़त से पूछताछ कर उसे पीटने वाले रंजीत लोधी, सौरभ आठ्या, धर्मेन्द्र आठ्या, महेश बंजारा और दो अन्य पर केस दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। यह आरोपी अनाज एवं तिलहन व्यापारी संघ अध्यक्ष महेश साहू के तौल कांटा व दाल मिल के कर्मचारी थे। जिन्हें हाल ही में काम से निकाल दिया गया है। वहीं दलित युवक से मारपीट की वारदात के इस वीडियो के 9 माह बाद वायरल होने के पीछे भी सेठ और कर्मचारी का विवाद होने की भी चर्चा है।
उधर दलित युवक को निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटने की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला गरमा गया है। मप्र मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष मनोहर ममतानी ने अन्य घटनाओं के साथ ही सागर के इस मामले पर भी संज्ञान लिया है। आयोग की ओर से इस मामले में एसपी अभिषेक तिवारी से तीन सप्ताह में घटनाक्रम के संबंध में जवाब तलब किया गया गया है।