सागर. उपनगर स्थित सहकारी समिति के प्रबंधक से डकैती की वारदात के 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उनके पास से चार लग्जरी कार, एक स्कूटर- बाइक और पिस्टल-चाकू और प्रबंधक से लूटे गए रुपयों से से 2.92 लाख रुपए बरामद कर लिए हैं। डकैती के आरोपियों के दूसरी वारदातों में लिप्त होने की आशंका के चलते पुलिस पड़ताल कर रही है।
लग्जरी कारों की मदद से किया था अपहरण :
एसपी अभिषेक तिवारी ने शुक्रवार को डकैती का खुलासा किया। उन्होंने बताया निजी सहकारी समिति के बण्डा रोड स्थित शाखा का प्रबंधक अशोक कुमार अहिरवार 25 मई को दोपहर 2.30 जब ऑफिस जा रहा था तभी कठवा पुल के पास एक बाइक सवार ने उसकी कार को रुकवाया और तभी आगे- पीछे चल रही लग्जरी कारों में सवार बदमाश उसके वाहन में घुस गए। उसे पिस्टल दिखाकर धमकाया और एटीएम कार्ड छीनकर ढाना से रुपए निकाले और दबाव बनाकर उसकी पत्नी से भी दो लाख मंगाए। बदमाशों ने अशोक कुमार अहिरवार से सोने की चेन, ब्रेसलेट व रुपए भी लूट लिए और पत्नी- बच्चों की हत्या की धमकी देकर करीब 28 घंटे बाद छोड़ दिया था।
रुपए के लालच में मैसेज करना पड़ा बदमाशों को भारी :
पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया वारदात के बाद अशोक इतना भयभीत था कि उसने कई दिनों तक थाने में शिकायत नहीं की। लेकिन कुछ दिन बाद जब बदमाशों ने अंजान नंबर से कॉल करके और मैसेज भेजकर और रुपए मांगना शुरू किया तो वह परेशान हो गया। उसने एसपी अभिषेक तिवारी से गुहार लगाई। उनके आदेश पर एएसपी विक्रम सिंह और सीएसपी शेखर दुबे ने मकरोनिया थाना प्रभारी शिवम दुबे, सिविल लाइन थाना प्रभारी उमेश यादव की टीम व साइबर सेल की मदद से नंबर को ट्रेस किया तो आरोपी गिरफ्त में आ गए।
आपराधिक पृष्ठभूमि नौजवान डकैत:
पुलिस ने समिति प्रबंधक के अपहरण और डकैती के मामले में अनिकेत पटेल गोपालगंज, अभिषेक अहिरवार गौरनगर, धवनसिंह पुरानी टंकी डीडीनगर, अजय उर्फ दीपेन्द्र ठाकुर जीएडी कॉलोनी गोपालगंज, सुखदेव मिश्रा सदभावनानगर, अरविंद मिश्रा पटेल मार्केट नेहानगर और आशीष मिश्रा को मानसनगर मकरोनिया से गिरफ्तार किया है। दो आरोपियों पर एक दर्जन से ज्यादा अपराध दर्ज है। पुलिस अन्य घटनाओं का पता लगा रही है, इसके लिए न्यायालय से रिमांड मांगा है।
चार लग्जरी कार खरीदने कहां से आया रुपया :
पुलिस ने बदमाशों के पास से चार लग्जरी कार, एक मंहगी बाइक और स्कूटर भी बरामद की है। नई उम्र में जघन्य अपराधों में लिप्त इन बदमाशों के पास इतना रुपया कहां से आया। इसके लिए पुलिस द्वारा आयकर विभाग से भी मदद मांगी गई है। बदमाशों ने समिति में कुछ समय पहले तक काम करने वाले अनिकेत पटेल को गिरोह में शामिल कर रैकी कराई और फिर अगवा कर लिया।
शिकायत करने गए प्रबंधक को थाने से लौटाया :
वारदात से भयभीत अशोक जब कुछ दिन बाद मकरोनिया थाने पहुंचा तो उसे लौटा दिया गया था। परेशान होकर उसने एसपी अभिषेक तिवारी से गुहार लगाई तो वे भी वारदात के तरीके और घटनाक्रम को सुनकर हैरान हो गए थे। बताया जाता है डकैती और अपहरण के गंभीर मामले में उदासीनता दिखाने पर ही तत्कालीन निरीक्षक एमके जगेत को थाने से वापस बुलाया गया था।