सागर. कस्बे के मध्य से बहने वाली लांच नदी में शुक्रवार रात हुई तेज बारिश के बाद बहाव तेज हो गया। अचानक बढ़े जलस्तर और तेज बहाव में फंसकर शनिवार सुबह 7 बजे दूध लेकर डेरी से लौट रहा युवक बह गया। पुलिस और प्रशासन की सूचना पर एसडीईआरएफ ने लांच नदी में पावर बोट से युवक की तलाश की लेकिन उसका पता नहीं लगा। शनिवार शाम को कलेक्टर दीपक आर्य और एसपी अभिषेक तिवारी भी शाहगढ़ पहुंचे।
-तेज बहाव देख घबरा गया था अमित :
जानकारी के अनुसार चंद्रशेखर वार्ड में रहने वाले बाबूलाल जैन सुनवाहा का नाती अमित जैन (22) हर दिन की तरह शनिवार सुबह 6 बजे लांच नदी की दूसरी ओर स्थित डेरी से दूध लेने गया था। वह दूध लेने के बाद स्टॉप डेम से वापस लौट रहा था। जब वह स्टॉप डेम के बीच में पहुंचा तभी नदी का जलस्तर और प्रवाह बढ़ गया। अचानक नदी का जलस्तर बढऩे और स्टॉप डेम के ऊपर आने से अमित घबरा गया। किनारों पर खड़े लोगों ने उसे जल्दी बाहर आने शोर भी मचाया लेकिन भयभीत अमित लोहे की रॉड पकड़कर बैठ गया। नदी का प्रवाह तेज होता गया और अमित उसके साथ बह गया।
युवक के नदी में बहने से मचा कोहराम :
लांच नदी के स्टॉप डेम से अमित जैन के बहने की खबर जैसे ही घर पहुंची परिजन दौड़ते हुए नदी पर पहुंच गए। तब तक थाना प्रभारी कृपाल मार्को, एसडीएम और तहसीलदार जीसी राय भी आ गए। अधिकारियों की सूचना पर एसडीईआरएफ के बचाव दल ने उफनती नदी में पावर बोट उतारकर अमित की तलाश शुरू की लेकिन पथरीली नदी के तेज प्रवाह की वजह से उन्हें सफलता नहीं मिली। कुछ देर बाद यह बोट पंचर हो गई और अभियान रुक गया। रविवार सुबह एसडीईआरएफ लापता अमित की तलाश दोबारा शुरू करेगा।
कलेक्टर- एसपी और विधायक पहुंचे :
लांच नदी में बहे अमित जैन की तलाश के लिए एसडीईआरएफ के रेस्क्यु दल ने दूसरी बोट से दोबारा तलाश की लेकिन शाम को अंधेरा की वजह से अभियान रोकना पड़ा। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने करीब तीन किमी दूर तक नदी किनारे पर भी सर्चिंग कराई लेकिन वहां भी अमित का पता नहीं लग सका। बहने के 12 घंटे बाद भी पता नहीं लगने से अमित के परिजन व अधिकारियों की चिंता बढ़ती जा रही है। शनिवार शाम को कलेक्टर दीपक आर्य, एसपी अभिषेक तिवारी मौके पर पहुंचे और अमित की तलाश के प्रयासों की जानकारी ली। इस दौरान वहां पहुंचे विधायक तरवर सिंह लोधी व अधिकारियों ने अमित के परेशान परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। स्थानीय लोगों ने स्टॉप डेम की ऊंचाई न बढ़ाने को भी हादसे के लिए जिम्मेदार बताया।