पत्रिका का शुक्रिया, हॉकर्स के बारे में सोचा
–नेत्र विशेषज्ञ संदीप पाचोले ने कहा कि ऐसे शिविरों का आयोजन लोगो के हित के लिए हैं।पत्रिका की ये पहल सराहनीय हैं लोगो की सुविधा के लिए स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़े और शिविर समय – समय पर लगने चाहिए ।
-नेत्र जांच सहायक जीतेंद्र साकेत ने बताया की शिविर में सभी रोगियों को निशुल्क दवाइयां वितरित की गई । जिन मरीजों को मोतियाबिंद के लिए चिन्हित किया गया उन्हें ऑपरेशन के लिए कहा एवं आंखों के बचाव संबंध में सलाह दी।
– जांच कारवाने आई अखिलेश कुशवाहा ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर हॉकर्स आंख का इलाज नहीं करा पाते लेकिन पत्रिका की इस मुहिम से मैंने और मेरे पति मोतीलाल कुशवाहा ने निशुल्क नेत्र शिविर होने से आँखों की जाँच करवाई है।
– जांच कारवाने आये राघवेंद्र मिश्रा ने कहा स्टाफ ने पूर्ण सहयोगात्मक तथा अनुशासनात्मक तरीके से मरीजों का सफल परीक्षण एवं निदान का सुझाव दिया।मुझे पत्रिका की ये मुहीम बहुत अच्छी लगी जिसने हम हॉकर्स के बारे में सोचा ।
ये रहे उपस्थित
शिविर में मौके पर पत्रिका के स्थानीय संपादक पुष्पेंद पांडे, सर्कुलेशन प्रभारी विनोद शर्मा , पंकज उरमलिया और नीलाम्बर झा एवं अन्य मौजूद रहे।