सतना। लोकसभा का चुनावी समर आ गया है। 26 अप्रेल को वोटिंग है। युवा मतदाता उत्साहित है। वह चाय के ठेलों से लेकर मुख्य चौक चौराहों की गुमटियों में शाम के समय चुनावी चौपाल लगाते हैं। पत्रिका टीम यूथ अड्डा को खोजते हुए सोमवार की शाम 5 बजे सेमरिया चौराहा पहुंची। कॉफी हाउस के पीछेे डिग्री कॉलेज में पढ़ने वाले कई छात्र व सामाजिक कार्यकर्ता मिले। उन्होंने लोकसभा चुनाव की बातचीत में कई स्थानीय मुद्दे रखे। कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेज, माइनिंग कॉलेज व एग्रीकल्चर कॉलेज खुले तो युवाओं की बात बने। सतना सीमेंट सिटी में ऐसी शिक्षा हो जो भविष्य में रोजगार दे।
शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने की जरूरत है। यहां मेडिकल कॉलेज तो खुल चुका है पर अस्पताल की तत्काल आवश्यकता है, जिससे मेडिकल छात्रों को समय-समय में प्रैक्टिकल में कोई दिक्कत न हो। रोजगारोन्मुखी कोर्स को लेकर आईटीआई, पॉलिटेक्निक करना चाहिए है। प्रधानमंत्री कौशल विकास के तहत ट्रेनिंग दी जा रही है। पहले की अपेक्षा तेजी से रोजगार मिल रहे हैं। – सूर्यांश प्रताप सिंह
वर्तमान सरकार शिक्षा की बेहतरी को लेकर अच्छा कार्य कर रही है। सतना व मैहर जिले में पहले गिनते के कॉलेज हुआ करते थे। आज तहसील मुख्यालय व कस्बों में सरकारी महाविद्यालय खुल गए हैं। कुछ कमियां हैं। शिक्षा जगत में तेजी से सुधार की जरूरत है। हमारी मांग है कि जहां नए काॅलेज स्वीकृत हैं वहां बिल्डिंग बनाई जाए। प्रोफेसरों के रिक्त पद भरे जाए। सभी संसाधन हो। – शिवेन्द्र चतुर्वेदी
पूरा शहर दुर्दशा का शिकार है। कोई रोड चलने लायक नहीं है। गांव बेहतर हो गए हैं। मनमानी की पाइप लाइन व सीवर लाइन खुद गई है। रेस्टोरेशन नहीं किया गया है। चारों तरफ धूल व डस्ट उड़ रही है। जिम्मेदार सुन नहीं रहे हैं। नेता ऐसा हो जो सभी की बात पर गौर करे। शहर की समस्याओं से निजात दिलाए। विकास करे। आज के युवाओं को टेक्नोलॉजी देना चाहिए, जिससे युवा आगे बढ़े। – राजेश गुप्ता
शहर को कई उपलब्धियां मिली हैं। कुछ कमियां भी हैं। सीमेंट की आधा दर्जन कंपनियां हैं। रोजगार किसी को नहीं मिल रहा है। युवा बाहर जा रहा है। यहां इंजीनियरिंग कॉलेज, माइनिंग कॉलेज और एग्रीकल्चर कॉलेज खोला जाए, जिससे युवा तकनीकी शिक्षा लेकर रोजगार पा जाए। सरकारी कॉलेज न होने से प्राइवेट कॉलेज की मनमानी है। कोई फीस निर्धारित नहीं है।- हिमांशू सिंह
युवा को योग्य होने की जरूरत है। हमारे यहां सरकारी तकनीकी महाविद्यालय तो नहीं है पर प्राइवेट कई कॉलेज हैं। मेडिकल कॉलेज मिल चुका है। अब मॉडल साइंस कॉलेज खुलेगा। इंजीनियरिंग कॉलेज आएगा। रीवा की अपेक्षा सतना पिछड़ रहा है। हमें एक होकर आगे बढ़ना है। नेताओं को भी छात्रों की आवाज सुननी होगी। युवा को अच्छी शिक्षा मिलेगी तो वह जरूर आगे बढ़ेगा। – युवराज सिंह
युवा शक्ति की समस्याओं पर नेताओं को ध्यान देना होगा। युवा जब पढ़ा रहेगा, तब योग्य होगा। फिर रोजगार मिलेगा। वह स्वयं के लिए रोजगार खोज सकता है। पूर्व के नेताओं ने ध्यान नहीं था। अब मेडिकल कॉलेज आ चुका है। सब धीरे धीरे आएगा। हमारी मांग है कि सभी प्रकार के तकनीकी महाविद्यालय सतना में आए। युवा कॉलेज के आभाव में पढ़ाई से दूर न रहे।– विकास सिंह
सतना सीमेंट सिटी है। देशभर के लोग जानते हैं पर सतना का युवा कंपनियों से अछूता है। यहां रोजगार नहीं है। कई सरकारी कॉलेज हैं, लेकिन तकनीकी महाविद्यालय नहीं है। सिर्फ मेडिकल कॉलेज है। अब सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज, फार्मेसी कॉलेज चाहिए जिससे सतना से युवा इंजीनियर बनकर तैयार हो। लोकसभा क्षेत्र में 26 लाख की आबादी के हिसाब से कुछ नहीं है।– ईश्वर प्रताप कुशवाहा